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वैदिक मंत्र, हवन, पूजा पाठ आदि के साथ कार्यक्रम का किया गया समापन
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डा. हरि भाई आर्यन ने सेवा कार्य कर मिसाल पेश की – वर्मा
कटक. सैल्यूट तिरंगा एवं सवर्ण महासंघ फाउंडेशन के तत्वावधान में ओडिशा के बलांगीर जिला पाटनागढ़ अंतर्गत चूलाढड़ गांव में जिला अध्यक्ष डॉ हरि भाई आर्यन के नेतृत्व में असहाय, निराश्रित, विकलांग लोगों की सेवा, साधु-संत विद्वान, वैदिक परंपरा, यज्ञ संस्कृति, प्राचीन आदर्श के सम्मान तथा गुरुकुल शिक्षा, बेटी, महिला, संस्कृति आदि की सुरक्षा के ध्येय से चलाये गये सेवा सप्ताह का समापन समारोह बड़ी उत्साह से सम्पन्न हुआ. इस महत्वपूर्ण कार्य में ओडिशा के सर्व प्राचीन गुरुकुल आश्रम आमसेना के प्रधानाचार्य तथा उत्कल प्रांतीय आर्य वीर दल के संचालक डॉ कुंजदेव, पश्चिम ओडिशा के भजन उपदेशक व सांस्कारिक पंडित कविन्द्र, बलांगीर जिला के वैदिक सिद्धांत पर चलने वाला अनाथ अश्रम के आचार्य सहदेव के साथ-साथ स्थानीय अनेक सज्जन विद्वान, समाजसेवी उपस्थित होकर अपनी-अपनी बातें रखीं. इस अवसर पर अंचल के कुछ बेटियों के सम्मान में स्कूल बैग, वस्त्र, मेडल आदि प्रदान किया गया.
साथ ही गांव के 80 वृद्ध वृद्धा, असहाय, निराश्रित विकलांग व्यक्तियों को कंबल भी बांटे गए. अंत में गुरुकुल से पधारे ब्रह्मचारी के द्वारा लाठी, भाला, तलवार, मुद्ग़र, दंड बैठक, धनुष विद्या का प्रदर्शन एवं मधुर स्वर में देश भक्ति भजन गायन किया गया. ओडिशा के विभिन्न स्थानों में योगाचार्य डॉ हरि भाई आर्यन के द्वारा चलाये जा रहे सेवा सप्ताह की चारों ओर से सराहना मिल रही है. उपरोक्त सभी कार्यक्रम मे डॉ मुरलीधर, सुभाष, मोहन आदि ने भरपूर सहयोग किया. सैल्यूट तिरंगा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश झा एवं ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष शैलेश कुमार वर्मा ने डॉ हरि भाई आर्यन द्वारा किए गए सेवा कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा की और कहा कि इस बढ़ती हुई ठंड में गांव-गांव घूमकर कंबल वितरण कर डॉ आर्यन ने एक मिसाल कायम की है. डॉ हरि राष्ट्रीय स्तर के योग गुरु व सामाजिक कर्मी हैं. उन्होंने कोरोना काल में भी 80 लोगों को दो महीने तक भोजन का प्रबंध किया था. 14000 मास्क के साथ लगभग 10 हजार लोगों को काढ़ा बनाकर पिलाया एवं कार्यरत लगभग 145 कर्मचारियों को हलवा, पानी के बोतल, चाय आदि 2 महीने तक लिए व्यवस्था की थी. इससे पहले भी विगत 20 वर्ष से अध्यात्मिक एवं सामाजिक सेवा में समर्पित होकर राष्ट्रहित कार्य करते आए हैं. उपरोक्त कार्यों के लिए उन्हें कई संगठन से राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय राज्य स्तर पर कई अवार्ड से डॉ हरि भाई को सम्मानित किया जा चुका है.