भुवनेश्वर – राज्य में शिक्षा सहायकों की तरह बहुभाषी शिक्षकों को भी 6 साल काम करने के बाद नियमित किया जाए। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप नायक ने यह मांग की. मंगलवार को सदन में इस मुद्दे को उठाते हुए श्री नायक ने कहा कि 2013 में शिक्षा सहायकों के साथ-साथ बहुभाषी शिक्षकों को भी नियुक्ति दी गई थी। बच्चों को अपनी मातृभाषा में पढ़ाने के उद्देश्य से उनको नियुक्त किया गया था. शिक्षा सहायकों को तो 6 साल के बाद नियमित कर दिया गया है, लेकिन भाषी शिक्षकों को रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि शिक्षा को सबसे अधिक देने की आवश्यकता है. ऐसी स्थिति में वह मानसिक रूप से स्वस्थ होंगे. समाज का विकास होगा. इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से रुलिंग देने की मांग की. विधानसभा अध्यक्ष ने उनकी बात को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि राज्य सरकार उनकी बातों को सुन रही है.
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