-
कहा-यहां की जनता को हमारे सवालों का पहले दें जवाब
बालेश्वर. भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री पर हमला बोले हुए सवालों की बौछार कर दी. उनसे पूछा गया कि क्या माननीय स्वास्थ्य मंत्री, जो बालेश्वर उपचुनाव के लिए यहाँ प्रचार कर रहे हैं, जिले की बीमार स्वास्थ्य प्रणाली के बारे में जानते हैं? महामारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राज्य सरकार की पूरी तरह से विफलता सामने आने के बाद अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों की उपेक्षा कर बालेश्वर सदर मंडली के उपचुनाव के प्रचार करना कितना दूर तक ठीक है? बालेश्वर जिले के लोग, निश्चित रूप से, जिले की कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में माननीय स्वास्थ्य मंत्री से कुछ सुनने की उम्मीद कर रहे हैं. राज्य के विरोधी दल के नेता तथा धामनगर विधायक विष्णु सेठी ने यहां आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में राज्य सरकार पर यह तीखा प्रहार किया. इस दौरान उन्होंने नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे का भी हवाला दिया, जिसमें जिले के बच्चों की आयु, वजन और लंबाई, बीमारी तथा महिलाओं से संबंधित आंकड़े चिंताजनक दिखाये गये हैं. उन्होंने कहा कि जननी सुरक्षा योजना के तहत 34.2% महिलाएँ मातृत्व वित्तीय सहायता से वंचित हैं. जिले में 42.7 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण एएनसी का दौरा नहीं कर पाती हैं. राज्यभर में 89.5 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को दो या अधिक टीटी इंजेक्शन प्राप्त होते हैं, जबकि बालेश्वर जिले में यह 83.8 प्रतिशत तक सीमित है. राज्य के मातृत्व वार्डों के 78.6 प्रतिशत को जन्म के दो दिनों के भीतर स्वास्थ्य जांच प्राप्त होती है, जबकि बालेश्वर को केवल 74.7 प्रतिशत को मिलती हैं. उन्होंने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि बालेश्वर जिले में बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य संरक्षण के प्रति राज्य सरकार की उदासीनता क्यों है. कोरोना जैसे राष्ट्रीय संकट के दौरान मास्क, पीपीई किट और नेब्युलाइज़र की खरीद में भ्रष्टाचार आज लोकायुक्त के पास में है. उन्होंने कहा कि सरकार को इन सबका सबसे पहले जवाब यहां की जनता को देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार यह बताने में हिचकिचा रही है कि किस अस्पताल को कितने पैसे का भुगतान किया गया और किन मरीजों पर कितना पैसा खर्च किया गया. दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारी, उद्योग सचिव और ओडिशा स्टेट मेडिकल कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, घोटाले को लेकर लोकायुक्त के घेरे में हैं. फिर भी विभागीय मंत्री बालेश्वर उपचुनाव में जनता से झूठे वादे करने में व्यस्त हैं.
भाजपा नेता ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने कोरोना उपचार के लिए 54 अत्याधुनिक वेंटिलेटर प्रदान किए हैं, जिनमें से केवल 17 का उपयोग राज्य सरकार द्वारा किया गया है. वेंटिलेटर की कमी के कारण असहाय ओडिशा के मरीज मर रहे हैं. उन्होंने पूछा कि बालेश्वर सदर निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न अस्पतालों में खाली पड़े डॉक्टरों, नर्सों, फार्मासिस्टों और पैरामेडिकाल स्टाफ के पद कब भरे जाएंगे? जिस तरह मरीजों को कटक व भुवनेश्वर भेजा जा रहा है, ऐसे में मेडिकल कॉलेज यहां क्या काम कर रहा है.
अगर राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान योजना में शामिल करने के लिए सहमति व्यक्त करती तो राज्य में 6 मिलियन लाभार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा देखभाल प्राप्त होती, लेकिन अहंकार के कारण राज्य सरकार ने ओडिशा को इस योजना से बाहर रखा है. इसलिए भारतीय जनता पार्टी स्वास्थ्य मंत्री से चुनाव प्रचार के दौरान इन सभी सवालों के जवाब सार्वजनिक रखने का आग्रह कर रही है. इस पत्रकार सम्मेलन में भाजपा जिला अध्यक्ष उमाकांत महापात्र, पूर्व विधायक गोविंद चंद्र दास राज्य भाजपा कृषक मोर्चा के उपाध्यक्ष विपिन बिहारी दास प्रमुख उपस्थित थे.