भुवनेश्वर । लिंगराज मंदिर के बाहर के इलाके को खाली कराने के लिए प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे अभियान को स्थानीय व्य़वसायियों के विरोध के कारण सामयिक रुप से स्थगित करना पड़ा। स्थानीय व्यापारियों ने हटाने से पहले उनके पुनर्वास की मांग करते हुए लिंगराज थाने का घेराव किया तथा प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के कारण प्रशासन ने सामयिक रुप से इस प्रक्रिया को रोक दिया है। व्यापारियों द्वारा किये जा रहे आंदोलन के समर्थन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा विधायक सुरेश राउतराय व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष समीर मोहंती पहुंचे। व्यापारियों ने कहा कि जब तक उनकी पुनर्वास की व्यवस्था नहीं होती, तब तक उन्हें नहीं हटाया जाना चाहिए। कांग्रेस विधायक सुरेश राउतराय कहा कि लिंगराज मंदिर के सौंदर्यीकरण को लेकर राज्य सरकार के कदम का वह स्वागत करते हैं, लेकिन जिस ढंग से बिना पुनर्वास किये हुए लोगों को हटाया जा रहा है उसका वह विरोध करते हैं । लोगों को पर्याप्त समय भी नहीं दिया गया है। इसके बाद भुवनेश्वर विकास प्राधिकरण के अतिरिक्त कमिशनर व खुर्दा जिले के अतिरिक्त जिलाधिकारी घटना स्थल पर पहुंच कर लोगों से बातचीत की। अतिरिक्त जिलाधिकारी एके बेहेरा ने बताया कि इस अभियान को आज के लिए स्थगित किया गया है। भुवनेश्वर विकास प्राधिकरण के कमिश्नर की अध्यक्षता में व्यापारियों के साथ एक बैठक होगी। स्थानीय विधायक व राज्य सरकार के विज्ञान व तकनीकी मंत्री अशोक पंडा ने पत्रकारों के इस संबंधी सवाल के उत्तर में कहा कि चर्चा के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। लिंगराज मंदिर के चारों ओर इलाकों को खाली करने के काम का जो लोग विरोध कर रहे हैं उन्हें मैं नहीं जानता। उन्होंने बताया कि लिंगराज मंदिर के आस पास के इलाकों को विकसित करने के लिए इलाकों को खाली किया जा रहा है । राज्य सरकार संस्कृति, धरोहर व लोगों की आजीविका को लेकर सचेतन है । जिन दुकानदारों को हटाया जा रहा है उनकी सूची तैयार की जा रही है । कुछ दुकानदारों का पुनर्वास भी किया गया है। सूची पूरी तरह तैयार होने के बाद सभी का पुनर्वास किया जाएगा ।