संबलपुर। हैदराबाद, उन्नाव एवं पुरी में घटित घटनाओं की आंच अभी ठंडी भी नहीं हुई है कि संबलपुर में एक आदिवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने सचेतन समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है। यह सनसनीखेज घटना परसों रात अंईठापाली थाना अंतर्गत डेंगसर्गी में घटित हुई। चार से बदमाश बदमाशों ने सारी रात उस महिला के साथ हैवानियत किया और उसे बेहोशी के हालत में छोड़कर फरार हो गए। रविवार की सुबह आसपास के लोगों की सूचना पर अंईठापाली पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित महिला को अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद पुलिस ने सिलसिलेवार तरीके से मामले की जांच आरंभ किया और कुछ घंटों बाद ही इस घृणित कार्य में संलिप्त चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम शिवशंकर नायक 25, डोलामणी भूए उर्फ भांगडूबी 30, महेश सेठ 24 एवं अक्रूर छूरिया 25 बताया गया है। सभी आरोपी डेंगसर्गी के रहनेवाले हैं। आरोपियों के पास से एक हीरोहोंड मोटरसायकिल संख्या ओ आर 15 ई 8591 एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद किया गया है। जिला पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पीडि़त महिला मूलत: हीराकुद थाना अंतर्गत सापलहरा गांव की रहनेवाली है। शनिवार को वह अपने एक रिश्तेदार के घर डेंगसर्गी आई थी। रात साढ़े नौ बजे के आसपास वह कुछ समान खरीदने गांव के ही एक दुकान पर गई थी। इस दौरान गांव के ही चार युवकों ने उसका अपहरण किया और गांव के दो तीन किलोमीटर दूर एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने जब उनका विरोध किया तो उन्होंने उसके साथ मारपीट किया। जिससे महिला की छाती एवं शरीर के संवेनदशील हिस्सों में गंभीर चोट आई है। जब महिला बेहोश हो गई तो आरोपी वहां से फरार हो गए। दूसरे दिन गांववालों की सूचना पर अंईठापाली पुलिस वहां पहुंची और पीड़ित महिला को अस्पताल पहुंचाया। एडीशनल एसपी पी के महापात्र ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार लिया है। कुछ समय बाद सभी आरोपियों का टीआई परेड कराया जाएगा। अंईठापाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध कायम किया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस घटना को लेकर शहर में नाराजगी का माहौल है। दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं ने शहर का सचेतन वर्ग ने चिंता जाहिर किया है। उन्होंने इस घृणित कार्य में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ ठोस से ठोस कार्रवाइ्र की मांग किया है। दूसरी ओर सोमवार को भी पीडि़त महिला के साथ स्वास्थ्य में कोई सुधार परिलक्षित नहीं हुआ है। बेहतर इलाज के लिए उसे वीर सुरेन्द्र साय इंष्टीटयुट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में दाखिल कराया गया है।