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करीब से नजर रखने के लिए निर्देश
भुवनेश्वर. बारिश के कारण सुवर्णरेखा नदी में मध्यम बाढ़ की आशंका बनी हुई है. जल संसाधन विभाग को सलाह दी गई है कि वह परिवर्तनशील स्थिति पर कड़ी नजर रखे. विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने ट्वीट कर राज्य में आसन्न बाढ़ की स्थिति को साझा किया है. उन्होंने तटबंध पर गश्त करने के लिए भी कहा और बालेश्वर जिला प्रशासन को सलाह दी कि जहां भी आवश्यक हो, निकासी सहित सक्रिय कार्रवाई की जाए. उन्होंने बताया कि आज सुबह 6 बजे तक चांडिल डैम 323.06 क्यूसेक का निर्वहन कर रहा था और पानी 181 मीटर था. बाढ़ को रोकने के लिए दो-दो स्लुइस गेट और रेडियल गेट खोले गए हैं. गलुडीह बैराज का जल स्तर 90.00 मीटर पर है और 7372.80 क्यूसेक पानी का निर्वहन कर रहा है. 5 मीटर के 16 स्पिलवे खोले गए हैं.
एसआरसी जेना ने कहा कि प्रारंभिक अनुमान से पता चलता है कि लगभग 10 कच्चे घरों को आंशिक क्षति हुई है. अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. सुवर्णरेखा के अलावा, ब्राह्मणी, बैतरणी और खारस्रोता नदी की स्थिति भी विशेष निगरानी में हैं और स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है. बांधों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. नाव आदि भी तैयार हैं.
केंद्रापड़ा में रातभर हुई बारिश
केंद्रापड़ा. बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण केंद्रापड़ा में रातभर हल्की बारिश होने की खबर है. विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने ट्वीट कर जिले में वर्षा के बाद की स्थिति को साझा किया. जिला प्रशासन ने रिपोर्ट दी थी कि केंद्रापड़ा में रात भर हल्की बारिश हुई. खबर लिखे जाने तक बारिश अब बंद हो गई थी. बस्तियां पानी में डूबी नहीं हैं, लेकिन मार्साघाई, डेराबिश, केंद्रापड़ा, महाकालपड़ा, पट्टामुंडई, अउल और राजकनिका में कृषि क्षेत्रों में जलभराव है.