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जगतगुरु रामानंदचार्य स्वामी अरूपानंद ने राज्य सरकार पर लगाया अवहेलना का आरोप
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राशन कार्ड और पेंशन की योजनाओं में शामिल करने की मांग
प्रमोद कुमार पुष्टि, पुरी
कोरोना महामारी के दौरान सभी दूरदशा झेल रहे हैं. साधु-संत और छोटे-बड़े मंदिरों की भी दूरदशा सबके सामने हैं, लेकिन राज्य सरकार नजर अंदाज कर रही है. साधु-संत-पुजारियों के लिए कोई भी सहयोग की अब तक घोषणा नहीं की है. इस बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए उत्कल पीठाधीश्वर जगतगुरु रामानंदचार्य स्वामी अरूपानंद जी ने यह बातें कहीं. उन्होंने कहा कि आम लोगों के लिए सरकार की कई योजनाएं घोषित हुई हैं. जिनका नाम राशन कार्ड में नहीं है, उनको सहयोग मिल रहा है. सरकार सबको सहयोग कर रही है, मंदिरों के पुजारियों को कोई पूछने वाला नहीं है, जबकि विज्ञापन के माध्यम से सरकार दावा कर रही है कि सबको मदद दी जा रही है. पुरी में श्री मंदिर के चारों तरफ से विभिन्न मठ-मंदिरों को तोड़ दिया गया है. यहां पर रहने वाले साधु-संत-पुजारी इन सबको प्रसाद सेवन में असुविधा हो रही है. अच्छे से खाना भी मुहैया नहीं हो रहा है. इसी दौरान सरकार किसी भी प्रकार की सहयोग के हाथ नहीं बढ़ा रही है. महामारी के पांच महीने हो गये. सरकार विभिन्न योजनाएं तैयार कर रही है, लेकिन उसमें अभी तक साधु-संतों के लिए कोई स्थान नहीं मिला है. इन साधु-संतों का राशन कार्ड भी नहीं है. ओडिशा में ऐसे लगभग 11 लाख साधु-संत और पुजारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. जगतगुरु रामानंदचार्य स्वामी अरूपानंद जी ने इन सभी को राशन कार्ड और पेंशन योजना में शामिल करने की मांग की है.