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कहा-जमीनी कार्यकर्ताओं से कटा शीर्ष नेतृत्व
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पार्टी में बढ़ रहा आंतरिक टकराव
भुवनेश्वर। घासीपुरा से बीजद विधायक बद्री नारायण पात्र ने बुधवार को अपनी ही पार्टी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाकर सियासी हलचल मचा दी। वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि पार्टी में जिम्मेदारी संभालने वाले कुछ लोग अपनी सीमा से आगे बढ़ रहे हैं, जिससे संगठन में खींचतान और मतभेद बढ़ रहे हैं।
पात्र ने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जमीनी कार्यकर्ताओं का विश्वास जीतने में नाकाम रहा है, जिसके कारण कार्यकर्ता पार्टी छोड़ रहे हैं।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आगे बढ़ने के लिए जनता की भावनाओं को समझना जरूरी है। सच्चा नेतृत्व वही है, जो सबको साथ लेकर चले।
चुनावी हार पर सवाल
2024 के आम चुनावों में पार्टी की हार का जिक्र करते हुए पात्र ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं और जनता की अपेक्षाओं को नजरअंदाज किया, जिससे लोग बीजद से दूर हो गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिना भरोसा बहाल किए कार्यकर्ताओं का पलायन रुकना मुश्किल है।
पार्टी के अंदरूनी संकेतों पर तंज
पार्टी में कही जाने वाली गूढ़ बातों पर कटाक्ष करते हुए पात्र बोले कि मैं नहीं जानता ‘मैं निराश हूं, लेकिन बाहर नहीं’ का मतलब क्या है। शायद जिन्होंने कहा और जिनके लिए कहा, वही इसे बेहतर समझते हों।
सुजाता आर कार्तिकेयन के संभावित प्रवेश पर प्रतिक्रिया
जब उनसे बीजद में सुजाता आर कार्तिकेयन के प्रवेश को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने संयमित लहजे में कहा कि बीजद एक बड़ी पार्टी है। क्या इसमें और लोगों का स्वागत करने की जगह नहीं है?
जिम्मेदारियों की मर्यादा पर जोर
पात्र ने पार्टी नेताओं को आगाह करते हुए कहा कि हर किसी को अपनी जिम्मेदारियां और सीमाएं समझनी चाहिए। अगर यह समझ आ जाए तो सब कुछ ठीक होगा, लेकिन सीमा लांघने से भ्रम और टकराव बढ़ेगा। हालांकि खबर लिखे जाने तक बीजद की ओर से पात्र के बयानों पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी।