संबलपुर. अच्छी वर्षा के कारण जलाशय का जलस्तर बढ़ने के बाद हीराकुद बांध ने गुरुवार को महानदी नदी में इस मौसम का पहला पानी छोड़ा. हालांकि इससे पहले मानसून आने के बाद यहां से पानी आमतौर पर अगस्त के महीने में छोड़ा जाता रहा है. इस साल मानसून की अच्छी शुरुआत के बाद से जलाशय के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में अच्छी मात्रा में पानी संग्रह हो गया है. इस कारण सामान्य समय से बहुत पहले पानी को छोड़ा गया है. बताया जाता है कि आज सुबह औपचारिक अनुष्ठान आयोजित करने के बाद बांध के बायें स्पिलवे के सात स्लुइस गेट के माध्यम से पहली बार पानी छोड़ा गया है. बाद में अत्यधिक पानी का निर्वहन करने के लिए चरणबद्ध तरीके से नौ और स्लुइस गेट खोले गए.
यहां के अधिकारियों ने कहा कि यह प्रक्रिया आज सुबह 10.05 बजे उस समय शुरू हुई जब जलस्तर जलाशय क्षमता के मुकाबले 618 फीट से बढ़कर 630 फीट तक पहुंच गया. आज दोपहर एक बजे तक कम से कम 1, 55,000 क्यूसेक पानी चरणबद्ध तरीके से छोड़ा गया. हीराकुंड बांध परियोजना के मुख्य अभियंता, सुनील नायक ने बताया कि जलाशय जलस्तर को देखते हुए पानी को छोड़ा जायेगा. हीराकुद बांध में 64 स्लुइस गेट हैं. इसमें दाईं ओर 24 और 40 गेट बांध के बाएं ओर हैं. प्रत्येक स्लुइस गेट में 16,440 क्यूसेक पानी छड़ने की क्षमता है.
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