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सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जगन्नाथ भक्तों ने किया स्वागत
शैलेश कुमार वर्मा, कटक
जहां प्रत्येक वर्ष बड़े ही हर्षोल्लास के साथ प्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जाती है, इस वर्ष कोरोना जैसे संक्रमण बीमारी के कारण रथयात्रा कहीं भी नहीं निकाली गई. जगन्नाथ भक्तों में सबसे बड़ी खुशियां रही कि 22 जून को अपराह्न जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया कि पूरी में रथयात्रा सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश के अनुसार निकाली जाएगी. तब कटक ही नहीं पूरे ओडिशा में खुशी की लहर दौड़ पड़ी.
रथयात्रा के अवसर पर सुबह से ही जगन्नाथ भक्तों ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ पूरे नियम निष्ठा के साथ अपने घरों में पूजा अर्चना की. कटक के चांदनी चौक जगन्नाथ मंदिर, डोलमुंडई जगन्नाथ मंदिर, एवं विभिन्न जगन्नाथ मंदिर में वहां के पुजारियों ने पूरी निष्ठा के साथ पूजा-अर्चना कर लोगों के मनोकामना की प्रार्थना की.
हालांकि रथयात्रा नहीं निकलने से लोगों में मायूसी भी छाई रही, लेकिन सबसे ज्यादा खुशी तब हुई जब सुप्रीम कोर्ट ने पूरी में रथयात्रा निकालने की परमिशन दे दी. कटक के उद्योगपति, युवा समाजसेवी एवं कटक मारवाड़ी समाज के पूर्व अध्यक्ष विजय खंडेलवाल ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि पूरी की परंपरा को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले से बचा लिया एवं बरसों पुरानी परंपरा को रथयात्रा निकालने की जो परमिशन दी उसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार एवं सुप्रीम कोर्ट का स्वागत किया.
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कोविड-19 में जिस प्रकार तत्परता से राज्य को कोरोना मुक्त करने की योजना बनाई वह स्वागत योग्य है और यही कारण है कि आज वह पूरे भारतवर्ष में बेस्ट मुख्यमंत्री के रूप में जाने जाते हैं. वही कटक के युवा समाजसेवी नरेश गनेड़ीवाल, कमल सिकारिया, मनोज शर्मा, मनोज सिंघी, मोहन लाल सिंघी, सुरेश कमानी, प्रकाश अग्रवाल उर्फ छोटू, संजय कुमार सेठिया, किशन मोदी, रमन बगड़िया, सूर्यकांत सांगानेरिया, बीजेडी आप्रवासी सामुख्य के राज्य संयोजक नंदलाल सिंह, समाज सेविका संपत्ति मोड़ा, डॉक्टर अभिषेक शर्मा, डॉ रवि रंजन साहू, डॉ संजय कुमार सज्जन, कटक महानगर शांति कमेटी के सचिव भिखारी दास सहित कटक के हजारों लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया.