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30 मई तक ओडिशा में भारी बारिश का अलर्ट
भुवनेश्वर। ओडिशा में 30 मई तक भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है। इसकी वजह बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहा एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र और प्री-मानसून वर्षा गतिविधियां हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।
आईएमडी के मुताबिक, 27 मई तक पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से ओडिशा के अधिकांश हिस्सों में भारी वर्षा, गरज-चमक के साथ आंधी और तेज हवाएं चल सकती हैं।
आईएमडी ने अगले 24 घंटे के के लिए रायगड़ा, गजपति, कोरापुट और मयूरभंज में गरज-चमक और भारी वर्षा के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही 26–27 मई तक सुंदरगढ़, खुर्दा, नयागढ़, कलाहांडी और पुरी सहित अन्य जिलों में चेतावनी जारी की।
27–28 मई तक बालेश्वर, जाजपुर और गंजाम सहित तटीय जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं (40–50 किमी/घंटा) की संभावना। आईएमडी लगातार सिस्टम की स्थिति और दिशा पर नजर बनाए हुए है और संभावित असर के लिए प्रशासन को सतर्क कर रहा है।
मानसून ओडिशा में भी जल्दी पहुंचने की उम्मीद
इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने केरल में सामान्य समय से आठ दिन पहले दस्तक दी है। यह तीसरी बार है जब मानसून इतनी जल्दी पहुंचा है। इससे पहले 1990 में 19 मई और 2009 में 23 मई को मानसून आया था। 2024 में इसकी शुरुआत 30 मई को बताई गई है। इस जल्दी शुरुआत के कारण पूर्वी और मध्य भारत, विशेष रूप से ओडिशा में मानसून के पहले पहुंचने की संभावना है। आमतौर पर ओडिशा में मानसून 10–12 जून के आसपास पहुंचता है।
प्री-मानसून बारिश से गर्मी से राहत
राज्य में पहले से ही प्री-मानसून गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। 24 मई को भुवनेश्वर और कटक में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिली। मालकानगिरी, कोरापुट और रायगड़ा जैसे जिलों में भी वर्षा हुई है।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
आईएमडी और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम अलर्ट का पालन करें, निचले इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें। स्थानीय प्रशासन को भी राहत और बचाव तैयारियों के निर्देश दिए गए हैं।