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रथों का निर्माण का शुभारंभ
पुरी। पुरी में भगवान जगन्नाथ की प्रतिष्ठित रथयात्रा की तैयारियां अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर विधिवत रूप से शुरू हो गई हैं। बुधवार को श्रीमंदिर के सेवायतों द्वारा पवित्र ‘आज्ञा माला’ अर्पित कर तीनों रथों के निर्माण की विधिवत शुरुआत की गई।
पवित्र पूजा-अर्चना के बाद विश्वकर्मा महाराणा सेवायतों ने पारंपरिक तरीके से रथ निर्माण के लिए लकड़ियों को सुनहरी कुल्हाड़ी से काटने की रस्म अदा की। सबसे पहले तालध्वज रथ, फिर नंदीघोष और अंत में दर्पदलन रथ के लिए धौरा लकड़ियों की कटाई की गई। तीन प्रमुख धौरा काठों को परंपरा के अनुसार तैयार किया गया है।
चंदन यात्रा भी प्रारंभ
अक्षय तृतीया के दिन ही भगवान जगन्नाथ के भाई-बहनों के लिए चंदन यात्रा भी शुरू हो गई है। इस रस्म में प्रतिदिन नरेंद्र पोखरी में चपारंभ (नाव विहार) होता है, जिसमें भगवान मदनमोहन, श्रीदेवी और भूदेवी के साथ जलविहार करते हैं। यह परंपरा गर्मी से राहत के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है।
एसजेटीए मुख्य प्रशासक ने दी जानकारी
श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरविंद पाढ़ी ने कहा कि रथ काठ अनुकूल की रस्म आज अक्षय तृतीया पर सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इसमें सेवायतों का सहयोग, श्रद्धालुओं की शुभकामनाएं और सबसे बढ़कर प्रभु जगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। आने वाले दिनों में बहार चंदन, भीतर चंदन, स्नान यात्रा और घोषा यात्रा जैसी प्रमुख परंपराएं आयोजित की जाएंगी।