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कांग्रेस ने उठाया महिला सुरक्षा का मुद्दा
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विधानसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित

भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा में सोमवार को कोशल क्षेत्र पर विवादित बयान और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा हुआ, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।
जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई और पूर्व मंत्री अनंत दास को श्रद्धांजलि दी गई, वैसे ही बीजद और कांग्रेस विधायकों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया।
बीजद विधायकों ने कोशल मुद्दे पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से स्पष्टीकरण की मांग की। वे भाजपा विधायक जय नारायण मिश्रा के उस बयान पर नाराज थे, जिसमें उन्होंने 1936 में कोशल क्षेत्र के ओडिशा में विलय को ऐतिहासिक भूल बताया था।
ताराप्रसाद वाहिनीपति पोडिएम पर चढ़े
कांग्रेस विधायकों ने राज्य में बढ़ते महिला अपराधों के मुद्दे को उठाया और सरकार को घेरने की कोशिश की। विपक्षी सदस्य तख्तियां लेकर वेल में उतर आए और नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक ताराप्रसाद वाहिनीपति तो स्पीकर के मंच तक चढ़ गए।
हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने पहले सदन को 12:09 बजे तक स्थगित कर दिया। लेकिन जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो शोर-शराबा और बढ़ गया, जिससे सदन को फिर से दोपहर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा।
बीजद का विधानसभा परिसर में धरना
बीजद के आक्रोशित विधायक विधानसभा परिसर में धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि जयनारायण मिश्र ने विभाजनकारी बयान देकर राज्य गान का भी अपमान किया है।
प्रश्नकाल सहित अन्य कार्य नहीं हो पाए
ओडिशा विधानसभा में प्रथमार्ध की बैठक में विधायकों द्वारा नारेबाजी और हंगामे के कारण प्रश्नकाल सहित अन्य कार्य नहीं हो पाए। विपक्षी विधायकों के हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष को सदन को प्रथमार्ध में तीन बार स्थगित करनी पड़ी।
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