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बीजू पटनायक का अपमान करने का आरोप
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महिला सुरक्षा के मुद्दे को विरोधी दल ने उठाया
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प्रथमार्ध की नहीं हो सका प्रश्नकाल व अन्य कार्यक्रम
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा का बजट सत्र का दूसरा चरण आज से शुरू हुआ, लेकिन विरोधी बीजद और कांग्रेस विधायकों के तीव्र हंगामे के कारण आज की प्रथमार्ध की बैठक प्रभावित हुई। बीजू जनता दल के विधायकों ने जहां बीजू पटनायक के अपमान से जुड़ी बातों को उठाया, वहीं कांग्रेस के विधायक राज्य में महिलाओं की असुरक्षा पर हंगामा कर रहे थे। इसके परिणामस्वरूप, अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी को बार-बार बैठक स्थगित करनी पडी। इस वजह से आज पहले आधे सत्र में प्रश्नकाल और अन्य कार्य नहीं हो सके।
आज विधानसभा में गृह कार्य 10:30 बजे शुरू होने से पहले ही बीजू जनता दल और कांग्रेस के विधायक अपने मुद्दों को लेकर हंगामा करने लगे। बीजू जनता दल के विधायकों ने आरोप लगाया कि पंचायतीराज दिवस को बीजू बाबू की जयंती 5 मार्च से बदल कर उनका अपमान किया गया है। इधर, कांग्रेस विधायकों का कहना था कि भाजपा की सरकार आने के बाद राज्य में महिलाएं असुरक्षित हो गई हैं। इन दोनों मुद्दों को लेकर विपक्ष के विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष के पोडियम के सामने नारेबाजी करने के साथ-साथ पोडियम पर चढ़ने का प्रयास करते देखा गया। अध्यक्ष ने विरोधी दलों के विधायकों से बार-बार शांत रहने की अपील की, लेकिन वे शांत नहीं हुए। इसके कारण आज पहले आधे सत्र में कोई काम नहीं हो सका।
इसके बाद आज विधानसभा में गृह कार्य 12 बजे से फिर शुरू होने के बाद भी वही समान स्थिति उत्पन्न हुई। बीजद और कांग्रेस के विधायक फिर से अपने मुद्दों को लेकर हंगामा कर रहे थे। इसके बाद अध्यक्ष ने उनसे शांत रहने का अनुरोध किया, लेकिन विरोधी विधायकों ने उनकी अपील को नजरअंदाज कर दिया। इस कारण अध्यक्ष को मजबूरी में गृह कार्य को अपराह्न 4 बजे तक स्थगित करने की घोषणा करनी पड़ी।
विरोध प्रदर्शन भी किए
ओडिशा विधानसभा परिसर में शुक्रवार को बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस ने अपने मुद्दों पर जोरदार प्रदर्शन किया। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और सरकार के खिलाफ पोस्टर लहराए। पूर्व मंत्री अरुण कुमार साहू ने कहा कि बीजद सदन के अंदर और बाहर तब तक अपना आंदोलन जारी रखेगी जब तक राज्य सरकार अपना फैसला वापस नहीं ले लेती। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार का फैसला ‘‘अवैध’’ है क्योंकि इसे एक शासकीय आदेश के माध्यम से लागू किया गया है।
भाजपा ने किया बचाव
दूसरी ओर भाजपा सदस्यों ने राज्य सरकार का बचाव किया और आरोप लगाया कि विपक्षी सदस्य सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहे हैं। पंचायती राज मंत्री रवि नारायण नायक ने कहा कि भाजपा सरकार बीजू पटनायक का बहुत सम्मान करती है। वे (विपक्षी सदस्य) सदन में इस मामले पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं हैं।’उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजद ने अपने मुख्यालय शंख भवन में बीजू पटनायक की एक भी प्रतिमा स्थापित नहीं की है।
‘चर्चा के लिए कैसे आएं?
इस पर बीजद सदस्य गौतम बुद्ध दास ने कहा कि चर्चा के लिए कैसे आएं? सरकार ने बीजू पटनायक का अपमान किया है और अपने कृत्य के लिए कभी माफी नहीं मांगी। उन्हें पहले बीजू पटनायक की गरिमा बहाल करनी चाहिए, तभी हम चर्चा के लिए आएंगे।
2024 तक 36,420 महिलाओं और लड़कियां लापता – रामचंद्र
कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता रामचंद्र कडाम ने कहा कि उनकी पार्टी भी बीजू पटनायक के प्रति कथित अनादर को लेकर भाजपा सरकार की निंदा करती है। कडाम ने कहा कि हमारी मुख्य मांग राज्य में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। भाजपा के सिर्फ आठ महीने के शासन में राज्य में महिलाओं के खिलाफ 1,600 अपराध दर्ज किए गए हैं। 2024 तक ओडिशा से 36,420 महिलाओं और लड़कियों के लापता होने की सूचना मिली है। इसी तरह, राज्य से 8,403 बच्चे भी लापता हैं। हम महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर विधानसभा और बाहर दोनों जगह आंदोलन कर रहे हैं।
29 को विनियोग विधेयक होगा पारित
उल्लेखनीय कि राज्य विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत आज से हुई है। इस चरण में आगामी 10 से 28 मार्च तक बजट में आवंटित किये गये विभिन्न विभागों के खर्चों पर चर्चा होगी। 30 मार्च को रविवार और 31 मार्च को ईदुल फितर की छुट्टी होने के कारण 29 मार्च को विनियोग विधेयक पारित किया जाएगा। ज्ञात हो कि बजट सत्र का पहला चरण 13 से 21 फरवरी तक चला था।