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इस साल राज्यभर में परीक्षा में बैठेंगे 5,10,778 छात्र
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30 जिलों में स्थापित किए गए 3,133 परीक्षा केंद्र और 314 नोडल केंद्र
भुवनेश्वर। बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा 21 फरवरी से 6 मार्च तक आयोजित होने वाली है। इस परीक्षा को लेकर बोर्ड ने प्रश्नपत्र लीक और कदाचार को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए हैं।
कटक में पत्रकार सम्मेलन में बोर्ड के अध्यक्ष श्रीकांत तराई ने कहा कि इस साल राज्यभर में 5,10,778 छात्र परीक्षा में बैठेंगे। इन्हें समायोजित करने के लिए 30 जिलों में 3,133 परीक्षा केंद्र और 314 नोडल केंद्र स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि परीक्षा प्रक्रिया की सत्यनिष्ठा बनाए रखने के लिए सभी केंद्रों पर सीसीटीवी निगरानी व्यवस्था की जाएगी। पिछले साल के अनुभव को देखते हुए जब 200 केंद्रों से लाइव स्ट्रीमिंग की गई थी, इस बार बोर्ड ने इसे 600 केंद्रों तक विस्तारित किया है।
उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र लीक को रोकने के लिए हमने सुरक्षा की उन्नत सुविधाएं जोड़ी हैं, जिनमें क्यूआर कोड, वॉटरमार्क और विशिष्ट सीरियल नंबर शामिल हैं, ताकि परीक्षा की गोपनीयता और सत्यनिष्ठा बनी रहे।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रश्नपत्र 12 से 19 फरवरी के बीच सभी परीक्षा केंद्रों पर वितरित किए जाएंगे। लीक को रोकने के लिए बोर्ड ने एक मजबूत सुरक्षा प्रणाली लागू की है, जिसमें प्रत्येक प्रश्नपत्र पर एक अद्वितीय सीरियल नंबर होता है, जिससे अगर लीक होती है तो स्रोत और केंद्र का तुरंत पता लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्रों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए बोर्ड ने अत्याधुनिक डिजिटल लॉकिंग सिस्टम लागू किया है। इस प्रणाली में पासवर्ड-संरक्षित डिजिटल लॉक, जीपीएस ट्रैकिंग और त्रि-स्तरीय पहुँच प्रणाली शामिल है। ये लॉक बोर्ड कार्यालय से दूरस्थ रूप से नियंत्रित किए जा सकते हैं, या तो सुरक्षित पासवर्ड या विशिष्ट चिप्स के माध्यम से। किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ की कोशिश पर तुरंत बोर्ड के नियंत्रण कक्ष में अलर्ट भेजा जाएगा, जिससे रियल-टाइम निगरानी और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा के सुचारु संचालन के लिए विशेष दलों को तैनात किया जाएगा।
परीक्षाएं प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से 11:30 बजे तक एक ही बैठक में आयोजित की जाएंगी और सामान्य और पूर्व-नियमित छात्रों के लिए एकीकृत प्रश्नपत्र होगा, ताकि प्रक्रिया सरल और सुचारु हो सके।
इसके अतिरिक्त, बोर्ड ने यह स्पष्ट किया कि छात्र अपनी प्रवेश पत्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।