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अपनी जन्मभूमि पहुंच हुईं भावुक, खुद को नहीं रोक पायीं
मयूरभंज। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को अपने जन्मस्थान मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा गांव पहुंचकर आदिवासी महिलाओं संग नृत्य किया और अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सकीं।
पांच दिवसीय ओडिशा दौरे पर पहुंचीं राष्ट्रपति ने शुक्रवार को अपने गांव उपरबेड़ा का दौरा किया। एक संथाल परिवार में जन्मी मुर्मू जब अपने बचपन के गांव पहुंचीं, तो उनका उत्साह और भावनाएं स्पष्ट रूप से झलक रही थीं।
राष्ट्रपति ने सबसे पहले अपने प्राथमिक विद्यालय उपरबेड़ा सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय का दौरा किया, जहां उन्होंने अपना बचपन बिताया था। गांव की सड़कों को रंगोली से सजाया गया था और ग्रामीणों ने अपने घरों को नए रंगों से संवारकर उनका स्वागत किया। स्कूल में उन्होंने शिक्षकों और छात्रों से मुलाकात की और कुछ समय उनके साथ बिताया।
पूर्वजों के घर पर भावुक पल
इसके बाद उन्होंने गांव के देवी-देवताओं के मंदिर में पूजा अर्चना की और अपने पुश्तैनी घर की ओर बढ़ीं। घर के सामने पारंपरिक पोशाक में सजी-संवरी संथाल महिलाएं गीतों और ढोल की थाप पर नृत्य कर रही थीं। इसी दौरान मुर्मू इतनी भावुक हो गईं कि प्रोटोकॉल तोड़कर महिलाओं के साथ नृत्य करने लगीं। उनके इस कदम ने न केवल ग्रामीणों को चौंका दिया बल्कि यह भी दिखाया कि राष्ट्रपति अपने लोगों के बीच खुद को एक साधारण व्यक्ति मानती हैं।
पहली बार पुश्तैनी घर का दौरा
गौरतलब है कि राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहला मौका था जब मुर्मू ने अपने पुश्तैनी घर का दौरा किया। उन्होंने 25 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति पद संभाला था। उनकी यह यात्रा गांववालों के लिए यादगार बन गई।