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उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु में डीप डिप्रेशन में तब्दील : आईएमडी
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ओडिशा में 6 दिसंबर तक बारिश की संभावना
भुवनेश्वर। चक्रवात फेंगल कमजोर होकर उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु में डीप डिप्रेशन में तब्दील हो गया है। यह उत्तरी तटीय तमिलनाडु और पुदुचेरी के ऊपर बना हुआ था, पश्चिम दिशा की ओर बढ़कर सोमवार को उत्तरी आंतरिक तमिलनाडु में एक डीप डिप्रेशन में बदल गया है। इसकी जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दी। ओडिशा में 6 दिसंबर तक बारिश की संभावना है।
आईएमडी के अनुसार, यह 3 दिसंबर 2024 के आसपास दक्षिण-पूर्व और इसके समीपवर्ती मध्य-पूर्व अरब सागर में उत्तरी केरल-कर्नाटक तटों पर उभर सकता है।
इससे पहले पुदुचेरी तट पर शनिवार को चक्रवात फेंगल ने दस्तक दी थी। इसके बाद यह तमिलनाडु के पश्चिम-दक्षिणपश्चिम भाग की ओर बढ़ा। पुदुचेरी में 469.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि छह स्थानों पर भारी बारिश और तीन स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई।
तमिलनाडु में लगातार बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई, जिससे चेन्नई में हवाई उड़ानों और ईएमयू ट्रेन सेवाओं में व्यवधान हुआ। चक्रवात फेंगल के कमजोर होने के बावजूद प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ और भारी बारिश के खतरे को लेकर सतर्कता बनाए रखने की सलाह दी गई है।
इधर, ओडिशा के कई जिलों में पिछले कुछ दिनों से बारिश हो रही है और यह सिलसिला जारी रहने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को बताया कि 6 दिसंबर 2024 तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
चक्रवात फेंगल के प्रभाव से हुई असमय बारिश ने राज्य के कई इलाकों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है।
अगले 24 घंटे के दौरान दक्षिणी तटीय ओडिशा, कंधमाल, कोरापुट, कलाहांडी, रायगड़ा, मालकानगिरि, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा और नवरंगपुर जिलों में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना।
अगले 48 घंटे के दौरान कलाहांडी, कंधमाल, गजपति, गंजाम, नवरंगपुर, रायगड़ा, कोरापुट और मालकानगिरि जिलों में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
पांच दिसंबर को कलाहांडी, कंधमाल, गजपति, नवरंगपुर, रायगड़ा, कोरापुट और मालकानगिरि जिलों में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना।
6 दिसंबर को कोरापुट, मालकानगिरि, रायगड़ा और गजपति जिलों में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना।
बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में असमय बारिश से रबी फसल को नुकसान हुआ है। किसान बारिश के असर को लेकर चिंतित हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां फसल कटाई के चरण में है।
मौसम विभाग ने किसानों को सतर्क रहने और कृषि कार्यों को मौसम पूर्वानुमान के अनुसार योजना बनाने की सलाह दी है।