भुवनेश्वर। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी प्रसिद्ध साहित्यकार, शोधकर्ता, समाजसेवी और संगठक स्व. प्रोफेसर डॉ नगेंद्रनाथ प्रधान की 89वीं जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद, ओडिशा द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम अनुगूल जिले के अध्यक्ष प्रोफेसर शांतनु कुमार सर की अध्यक्षता में अनुगूल स्थित गांधी मार्ग के सरस्वती शिशु विद्यालय परिसर में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर प्रख्यात साहित्यकार, शोधकर्ता और रचनाकार डॉ. धरणीधर नाथ को 7वां नगेंद्रनाथ स्मृति सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया। उन्हें मानपत्र, उपहार, नारियल और नकद राशि प्रदान की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसके बाद सभा का विधिवत शुभारंभ किया गया। मंच पर उपस्थित अतिथियों का स्वागत और परिचय श्री रामकृष्ण त्रिपाठी ने कराया।
उपस्थित मुख्य सलाहकार विजय मोदी ने डॉ. नगेंद्रनाथ प्रधान के सरल और सादगीपूर्ण व्यवहार के बारे में अपने अनुभव साझा किए। सम्मान ग्रहण करते हुए डॉ. धरणीधर नाथ ने अखिल भारतीय साहित्य परिषद के प्रति आभार व्यक्त किया और डॉ. नगेंद्रनाथ प्रधान की साहित्यिक साधना और संगठनात्मक दक्षता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार प्रधान के मार्गदर्शन में सरस्वती शिशु मंदिर देश के सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों में शामिल हुए।
अखिल भारतीय साहित्य परिषद ओडिशा के महासचिव डॉ. संतोष कुमार महापात्र ने डॉ. नगेंद्रनाथ प्रधान के जीवन के प्रेरणादायक पहलुओं का उल्लेख करते हुए, भाषा-साहित्य और भारतीय संस्कृति के उत्थान में उनकी भूमिका पर चर्चा की।
कार्यक्रम में दुर्योधन साहू ने मानपत्र का पाठ किया, जबकि परिषद के जिला अध्यक्ष प्रोफेसर शांतनु कुमार सर ने डॉ. धरणीधर नाथ का अभिनंदन किया और डॉ. नगेंद्रनाथ प्रधान के योगदान पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सदानंद परिडा ने किया। कार्यक्रम में श्री बजरंग अग्रवाल, इंजीनियर अरुण साहू सहित कई साहित्य प्रेमी और विद्यालय के छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में अन्य प्रमुख अतिथियों में परिषद के संगठन सचिव नारायण नायक और महासचिव डॉ. संतोष कुमार महापात्र भी शामिल रहे, जिन्होंने आयोजन की समुचित व्यवस्था की।
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