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इंटरनेट सेवा और 48 घंटे के लिए निलंबित
भद्रक। भद्रक जिले में तीन दिनों तक चले साम्प्रदायिक तनाव के बाद सोमवार को स्थिति में सुधार के संकेत मिले हैं। स्थानीय प्रशासन ने सोमवार को सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक दुकानों को खोलने की अनुमति दी। सूत्रों के अनुसार, धामनगर और दोबाल क्षेत्रों में दुकानें फिर से खुल गई हैं और बैंकिंग सेवाएं भी बहाल हो गई हैं।
हालांकि, जिले में धारा 163 के तहत सभी प्रकार की सभाओं और प्रदर्शनों पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध जारी है। इसके अलावा, इंटरनेट सेवाएं भी अगले 48 घंटों तक निलंबित रहेंगी, हालांकि बैंकों, कॉर्पोरेट कंपनियों और औद्योगिक संगठनों को लीज लाइनों के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग करने की अनुमति दी गई है। पूर्वी रेंज के डीआईजी सत्यजीत नायक ने यह जानकारी मीडिया को दी।
शुरुआत में इंटरनेट सेवाएं 48 घंटे के लिए निलंबित की गई थीं, जो 30 सितंबर को रात 2 बजे समाप्त होनी थी। हालांकि, हालात को देखते हुए इसे और 48 घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है।
डीआईजी ने की शांति की अपील
डीआईजी सत्यजीत नायक ने कहा कि भद्रक शहर या धामनगर से कोई नई हिंसक घटना सामने नहीं आई है, लेकिन एहतियात के तौर पर इन क्षेत्रों में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की दो कंपनियां तैनात की गई हैं। उन्होंने नागरिकों से अफवाहें न फैलाने और न ही उन पर विश्वास करने की अपील की है। उन्होंने शांति की अपील की। साथ ही उन्होंने नागरिकों से बिना आवश्यक कारण के घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है।
सड़कों पर पुलिस और प्रशासन की तैनाती
रविवार को पुराना बाजार क्षेत्र में कुछ सड़क किनारे की दुकानें खुली थीं और सार्वजनिक परिवहन भी बहाल हो गया था। हालांकि, सड़कें ज्यादातर सुनसान रहीं। लोगों में विश्वास बहाल करने के लिए, डीआईजी सत्यजीत नायक, भद्रक कलेक्टर दिलीप रौत्रे, एसपी वरुण गुंटुपल्ली और वरिष्ठ अधिकारियों ने आरएएफ के साथ शहर में फ्लैग मार्च किया।
आरएएफ के साथ ही, ओडिशा पुलिस की 10 प्लाटून को भद्रक शहर के पुराना बाजार क्षेत्र में तैनात किया गया है, जबकि धामनगर में 5 प्लाटून की तैनाती की गई है।
अब तक कुल 22 आरोपियों की गिरफ्तारी
ओडिशा के भद्रक जिले में रैली के दौरान हुई हिंसा में पुलिस पर पथराव करने और अशांति फैलाने के आरोप में 7 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने अब तक कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। पूर्वी रेंज के डीआईजी सत्यजीत नायक ने जानकारी दी कि इन सात लोगों को हिंसा भड़काने और पुलिस पर पथराव करने में संलिप्तता के कारण गिरफ्तार किया गया है।
सोशल मीडिया पोस्ट से फैली हिंसा
शुक्रवार को पुरुनाबाजार में एक आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर रैली का आयोजन किया गया था, जिसके दौरान स्थिति हिंसक हो गई। फेसबुक पर किए गए एक पोस्ट के कारण शुरू हुए इस विवाद ने तेजी से उग्र रूप ले लिया। इससे पहले पुलिस ने इस पोस्ट को साझा करने वाले व्यक्ति सहित 8 लोगों को भद्रक से और 7 लोगों को धामनगर से गिरफ्तार किया था। प्रशासन का कहना है कि वे स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं और जल्द से जल्द जिले में शांति और स्थिरता बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।