-
मुख्यमंत्री मोहन माझी ने बीजद सरकार पर साधा निशाना
-
बीजद सरकार में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का दावा
-
महिलाओं के सम्मान के दावों पर उठाए सवाल
जाजपुर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने जाजपुर जिले के बड़चाना में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान पूर्ववर्ती बीजद सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने धर्मशाला पंचायत कार्यकारी अधिकारी (पीईओ) स्मितारानी बिस्वाल की रहस्यमयी मौत की जांच कराने की घोषणा की।
पार्टी के सदस्यता अभियान के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद सरकार पर विभिन्न विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने बड़े पैमाने पर अनियमितताएं कीं। यहां तक कि गांवों में उचित सड़क संपर्क भी नहीं है।
महिला पीईओ स्मितारानी बिस्वाल की रहस्यमयी मौत का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री ने इस मामले में गहन जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि बीजद सरकार महिलाओं के सम्मान की बात करती है, लेकिन हमने देखा कि पिछले दो-तीन वर्षों में क्या हुआ। धर्मशाला की पीईओ की निर्मम हत्या की गई थी। जो लोग महिलाओं के सम्मान की बातें कर रहे थे, उन्होंने ही पीईओ की हत्या की। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के बजाय स्थानीय नेताओं को बचाया गया।
कुपोषण से बच्चों की मौत पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने जाजपुर जिले के नगड़ा गांव का जिक्र करते हुए बीजद सरकार की आलोचना की। नगड़ा गांव तब सुर्खियों में आया था जब वहां कुपोषण से 15 बच्चों की मौत हो गई थी। तत्कालीन सरकार ने आदिवासी बहुल गांव के लिए योजनाएं शुरू की थीं, लेकिन उन्हें लागू करने में विफल रही। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस क्षेत्र में विकास का कोई चिन्ह नहीं है।