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सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर घटा, ओडिशा में बाढ़ की स्थिति में सुधार

  • बालेश्वर में कई गांव अब भी जलमग्न

  • प्रभावित इलाकों में राहत कार्य जारी

बालेश्वर। सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर शुक्रवार को खतरे के निशान से नीचे आ गया, लेकिन ओडिशा के बालेश्वर जिले के कई गांव अब भी बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। अधिकारियों के अनुसार, राजघाट पर सुवर्णरेखा का जलस्तर 9.63 मीटर दर्ज किया गया, जो कि खतरे के स्तर 10.36 मीटर से नीचे है। हालांकि, गुरुवार को जलस्तर 10.80 मीटर था, जो शुक्रवार को कम हो गया।

हाल ही में डीप डिप्रेशन के कारण हुई बारिश से आई बाढ़ ने जिले के 141 गांवों को प्रभावित किया है। विशेष राहत आयुक्त कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, बालेश्वर जिले के पांच ब्लॉकों से करीब 21,085 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पिछले तीन दिनों से ये प्रभावित लोग 51 राहत शिविरों में रह रहे हैं। इस आपदा में 130 घरों को नुकसान पहुंचा है।

इस बीच, ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि इस वर्ष दो चरणों में राज्य के 20 जिलों में बाढ़ से तबाही हुई है। उन्होंने कहा कि हालांकि किसी की जान नहीं गई है, लेकिन फसलें, कृषि भूमि और घरों को काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन से सात दिनों के भीतर नुकसान का आकलन रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।

मंत्री पुजारी ने बताया कि पहले चरण में दक्षिण ओडिशा के मालकानगिरि और कोरापुट जिलों में बाढ़ ने खेती को प्रभावित किया, जहां सबसे अधिक नुकसान मालकानगिरि में हुआ। दूसरे चरण में सुंदरगढ़, मयूरभंज, बालेश्वर और आंशिक रूप से भद्रक जिले बाढ़ से प्रभावित हुए। दूसरे चरण में बालेश्वर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित रहा।

अगले सप्ताह भारी बारिश होने की संभावना

इधर, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके कारण ओडिशा के कई हिस्सों में अगले सप्ताह भारी बारिश होने की संभावना है।

अब एक ऊपरी हवा का चक्रवाती क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य भाग पर बना हुआ है, जो मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है, जबकि एक और ऊपरी हवा का चक्रवाती क्षेत्र थाईलैंड के उत्तरी भागों और पड़ोस पर बना हुआ है। दूसरा ऊपरी हवा का चक्रवाती क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा कि इन दो ऊपरी हवा के चक्रवाती क्षेत्रों के प्रभाव में, 23 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।

अगले 24 घंटे में शुरू होगी बारिश

भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने अपने मध्याह्न मौसम बुलेटिन में पीली चेतावनी जारी की और कहा कि अगले 24 घंटों में पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजाम, गजपति, मालकानगिरि, कोरापुट, रायगड़ा, कंधमाल, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा जिलों के अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ तूफान आने की संभावना है। इसके साथ ही 25 सितंबर तक राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और तूफान की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी की है।

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