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कहा- मेरी मां की याद आ रही है
भुवनेश्वर। मंगलवार को अपने 74वें जन्मदिन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भुवनेश्वर के गड़कना गांव के शबर साही इलाके में पीएम आवास लाभार्थियों के लिए ‘गृह प्रवेश’ (नए घरों में प्रवेश) समारोह में भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान उन्हें एक जनजातीय घर में ओड़िया व्यंजन ‘खीरी’ परोसा गया।
अंतर्यामी नायक की बहू साधवी नायक ने मिट्टी के बर्तन में खीरी तैयार की थी। ओड़िया रिवाज के अनुसार, खीरी पारंपरिक रूप से ‘गृह प्रवेश’ के दौरान बनाई जाती है। साधवी ने यह मीठा व्यंजन प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री मोहन माझी को परोसा, दोनों ने इसका भरपूर आनंद लिया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उनके घर पर खीरी का स्वाद चखने के बाद साधवी और उनका परिवार बेहद खुश था।
साधवी ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि जब पीएम मोदी ने मेरे द्वारा बनाई गई खीरी खाई तो हमारे परिवार के सभी सदस्य बहुत खुश हुए। हमने उन्हें अपने जन्मदिन के उपलक्ष्य में इसे खाने के लिए आमंत्रित किया और उन्होंने खुशी-खुशी हमारा अनुरोध स्वीकार कर लिया, हमारी प्रशंसा की और कहा कि ‘खीरी’ बहुत स्वादिष्ट थी।
साधवी ने कहा कि उन्होंने मेरे बच्चों के साथ खेला और हमें उनके साथ तस्वीरें लेने की अनुमति दी। उन्होंने हमसे पूछा कि क्या हम पीएम आवास योजना के तहत नया पक्का घर पाकर खुश हैं या नहीं और हमने अपनी खुशी व्यक्त की।
बाद में पीएम मोदी ने सुभद्रा योजना के उद्घाटन के दौरान जनता मैदान में अपने भाषण में भी इस घटना का जिक्र किया।
उन्होंने बताया कि यहां आने से पहले मैं एक जनजातीय परिवार के घर उनके गृह प्रवेश समारोह में शामिल होने गया था। उस परिवार की मेरी बहन ने मुझे खाने के लिए खीरी दी। और जब मैं वह खीरी खा रहा था, तो यह स्पष्ट था कि मुझे अपनी मां की याद आ रही थी।
उन्होंने कहा कि जब मेरी मां जीवित थीं, तो मैं हमेशा अपने जन्मदिन पर उनका आशीर्वाद लेने के लिए उनके पास जाता था। उन्होंने कहा कि मेरी मां मुझे हाथ से गुड़ खिलाती थीं। अब वह नहीं रहीं, लेकिन मेरी जनजातीय मां ने मुझे खीरी खिलाई और जन्मदिन का आशीर्वाद दिया। पीएम मोदी ने नायक के घर पर भगवान जगन्नाथ की पूजा भी की और अन्य पीएम आवास लाभार्थियों से बातचीत की।