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निचले इलाकों और तटीय इलाकों से चक्रवात आश्रयों में स्थानीय लोगों को स्थानांतरित करने पर निर्णय
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अब तक 136 ग्राम पंचायतों के 2.90 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया
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सभी गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में स्थानांतरित करने का फैसला
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एनडीआरएफ की दो टीमें पहुंची, ओडीआरएफ बैकअप के लिए तैयार
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संबलपुर और ब्रह्मपुर से बालेश्वर पहुंचीं अग्निशमन की 15 टीमें बालेश्वर और भद्रक में विभिन्न स्थानों पर तैनात
बालेश्वर. बालेश्वर ओडिशा के उन पांच जिलों में से एक है, जिसके भयंकर चक्रवाती तूफान अंफान से प्रभावित होने की संभावना है. इसे देखते हुए जिलाधिकारी सुदर्शन चक्रवर्ती ने सोमवार प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाकर तैयारियों पर चर्चा की. बैठक के बाद जिलाधिकारी ने बताया कि महाचक्रवात की स्थिति पर विचार करने के बाद निचले इलाकों और तटीय इलाकों से चक्रवात आश्रयों में स्थानीय लोगों को स्थानांतरित करने पर निर्णय लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इसके लिए 587 स्कूल भवनों और पक्के मकानों को चिन्हित कर तैयार रखा गया है. रविवार शाम कृषि और स्वास्थ्य विभागों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक बैठक की गयी थी. तैयारियों के अलावा उन्होंने चक्रवात के बाद की अस्थायी क्षति नियंत्रण रणनीतियों पर चर्चा की.
निचले इलाकों के निवासियों को विभिन्न चक्रवात केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. साथ ही इन क्षेत्रों से सभी गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में स्थानांतरित करने का फैसला किया है, ताकि वे कठिन समय में उचित चिकित्सा प्राप्त कर सकें. इसके अलावा दो राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) टीमों के पंहुचने के बाद प्रशासन ने उन्हें उप-टीमों में विभाजित किया है और उन्हें जिले के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया है.
ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएफ) टीम बैकअप के लिए भी तैयार है. साथ ही, संबलपुर और ब्रह्मपुर से बालेश्वर पहुंची 15 अग्निशमन टीमें बालेश्वर और भद्रक में विभिन्न स्थानों पर तैनात की गई हैं. जिलाधिकारी के बयान के अनुसार, जिले के पांच ब्लॉकों के 136 ग्राम पंचायतों (जीपी) के 2.90 लाख से अधिक निवासियों को प्राकृतिक आपदा के करीब आने से पहले सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है.