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एसओपी में कुछ मामूली सुधार की आवश्यकता – पृथ्वीराज हरिचंदन
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कहा- सरकार ने की है इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई
भुवनेश्वर। ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) जल्द ही पुरी श्रीमंदिर रत्न भंडार की आवश्यक मरम्मत का काम शुरू करेगा।
पत्रकारों से बात करते हुए हरिचंदन ने कहा कि एसओपी में कुछ मामूली सुधार की आवश्यकता है और सरकार ने इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की है। एएसआई जल्द ही श्रीमंदिर के खजाने की मरम्मत और जीर्णोद्धार का काम शुरू करेगा।
उन्होंने कहा कि मरम्मत कार्य के दौरान पवित्र त्रिदेवों के अनुष्ठान करने में असुविधा से बचने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इस संबंध में हमने सेवायतों से भी चर्चा की है। उन्होंने आगे कहा कि 12वीं शताब्दी के मंदिर में खजाने का प्रारंभिक आकलन एएसआई द्वारा किया गया है, लेकिन जल्द ही टीम द्वारा विस्तृत जांच की जाएगी। मरम्मत कार्य कब शुरू होगा, इस पर निर्णय जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।
कानून मंत्री ने आगे कहा कि मरम्मत का काम बाहरी रत्न भंडार से शुरू होगा और आंतरिक कक्ष की स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए लेजर स्कैनिंग की आवश्यकता है या नहीं, इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के दौरान बाबुओं ने रत्न भंडार की चाबियों के गायब होने का नाटक शुरू किया था। रत्न भंडार को न खोलने देने की साजिश के पीछे जो लोग हैं, उनका पर्दाफाश किया जाएगा और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।