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भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के निरीक्षण के बाद तय होगी लेजर स्कैनिंग की आवश्यकता – हरिचंदन
भुवनेश्वर। ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने सोमवार को बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) एक-दो दिन में पुरी श्रीमंदिर के रत्न भंडार के अंदर निरीक्षण कार्य शुरू कर देगा।
पत्रकारों से बातचीत में कानून मंत्री ने कहा कि लेजर स्कैनिंग होगी या नहीं, यह एएसआई के निरीक्षण के बाद तय किया जाएगा। रत्न भंडार से सभी सामान और कीमती सामान पहले ही अस्थायी स्ट्रांग रूम में स्थानांतरित कर दिए गए हैं।
हरिचंदन ने कहा कि निरीक्षण शुरू होने के बाद रत्न भंडार के अंदर संरचनात्मक दृष्टि से जो भी समस्याएं हैं, उनका पता चल जाएगा। इसके बाद ओडिशा सरकार मरम्मत कार्यों के लिए एएसआई द्वारा मांगे गए समय को मंजूरी देगी।
उल्लेखनीय है कि भगवान जगन्नाथ के खजाने रत्न भंडार को 46 साल बाद पहली बार 14 जुलाई को खोला गया था। बाद में, रत्न भंडार से सभी कीमती सामान 18 जुलाई को श्रीमंदिर परिसर के अंदर अस्थायी स्ट्रांग रूम में स्थानांतरित कर दिए गए। पूरी प्रक्रिया की निगरानी ओडिशा सरकार द्वारा गठित एक समिति कर रही है। न्यायमूर्ति विश्वनाथ रथ समिति के अध्यक्ष हैं।