भुवनेश्वर। भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा निलंबित और बाद में बहाल किए गए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डीएस कुटे को सोमवार को गृह विभाग में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) के पद पर तैनात किया गया। 28 मई को ओडिशा के मुख्यमंत्री कार्यालय में विशेष सचिव के पद पर कार्यरत कुटे को चुनावों के संचालन में अनुचित हस्तक्षेप के लिए निलंबित कर दिया गया था। कथित तौर पर यह कार्रवाई 25 मई को चुनाव के छठे चरण के दौरान खुर्दा विधानसभा सीट के लिए भाजपा के उम्मीदवार प्रशांत जगदेव द्वारा ईवीएम की कथित तोड़फोड़ के संबंध में की गई थी। कुटे का मुख्यालय नई दिल्ली में ओडिशा के रेजिडेंट कमिश्नर के कार्यालय में तय किया गया था। 6 जून को ईसीआई ने उनके निलंबन को रद्द करने का फैसला किया और राज्य सरकार को इसकी सूचना दी।
आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि सरकार सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू होने तक डीएस कुटे के निलंबन को तत्काल प्रभाव से रद्द करने में प्रसन्न है। इसलिए निलंबन रद्द करने पर उन्हें गृह विभाग के ओएसडी के रूप में तैनात किया जाता है।
इससे पहले दिन में राज्य सरकार ने नई दिल्ली में ओडिशा के रेजिडेंट कमिश्नर रविकांत को भी स्थानांतरित कर दिया और उन्हें गृह विभाग में ओएसडी के पद पर तैनात किया। रविकांत और कुट्टे को उस शक्तिशाली मंडली का हिस्सा माना जाता था, जो 24 साल के नवीन पटनायक शासन के उत्तरार्ध के दौरान ओडिशा में फैसले लेती थी, जो जून 2024 में समाप्त हो गया। इस महीने की शुरुआत में आईपीएस अधिकारी आशीष कुमार सिंह को भी पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यमंत्री की सुरक्षा) के पद से हटा दिया गया था और उन्हें गृह विभाग के ओएसडी के पद पर तैनात किया गया था।