-
कहा-सुझाए गए एसओपी की सभी पहलुओं की हो रही है जांच
भुवनेश्वर। पुरी श्रीमंदिर के रत्नभंडार (खजाना) को खोले जाने को लेकर न्यायमूर्ति विश्वनाथ रथ की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति द्वारा अनुशंसा की गई एसओपी को एक या दो दिन में सार्वजनिक कर दी जाएगी। यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में राज्य के विधि मत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि रत्नभंडार को खोले जाने को लेकर एसओपी की जांच की जा रही है और शनिवार तक सरकार द्वारा इसे मंजूरी दे दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति विश्वनाथ रथ की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति द्वारा सुझाए गए एसओपी की सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। एसओपी के कानूनी पहलू सहित विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण किया जा रहा है। एक-दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
अढ़प पहंडी हादसे पर सवाल के उत्तर में श्री हरिचंदन ने कहा कि इस मामले में सरकार ने गुरुवार को प्राथमिक कार्रवाई शुरू कर दी है। आगे की जांच चल रही है। तदनुसार कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि ओडिशा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति बिश्वनाथ रथ की अध्यक्षता वाली रत्नभंडार समिति ने सरकार को 14 जुलाई को रत्न भंडार को खोलने की सिफारिश की थी। इस प्रस्ताव को मंदिर प्रबंधन समिति ने भी मंजूरी दे दी थी। रत्नभंडार पर 16 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति ने 9 जुलाई को अपनी पहली बैठक में एसओपी तैयार की थी और रत्नभंडार को खोलने की तारीख 14 जुलाई खोलने संबंधी प्रस्ताव दी थी।