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वीर विक्रम यादव को हटाकर सरकार ने अरविंद पाढ़ी को सौंपी जिम्मेदारी
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नये प्रशासक ने अनेक चुनौतियों के बीच संभाली जिम्मेदारियां
भुवनेश्वर। रथयात्रा के संचालन को लेकर त्रुटियां विशेष कर पहंडी के दौरान भगवान बलभद्र के गिर जाने व अन्य अव्यवस्थाओं को लेकर श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) प्रशासक वीर विक्रम यादव पर गाज गिरी है। राज्य सरकार ने उनको हटाकर भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी अरविंद पाढ़ी को श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) का नया प्रशासक नियुक्त किया है। गुरुवार देर रात पाढ़ी को इस दायित्व की जिम्मेदारी सौंपे जाने संबंधी अधिसूचना कानून विभाग द्वारा जारी कर दी गई।
इस साल की रथयात्रा के दौरान हुई हालिया घटनाओं को देखते हुए नये प्रशासक अरविंद पाढ़ी के सामने अनेक चुनौतियां रहेंगी। पहली चुनौती हाल ही में ओडिशा सरकार द्वारा पुरी श्रीमंदिर के रत्नभंडार में रखे आभूषणों और अन्य कीमती सामानों की सूची बनाने के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति की सहायता करने की होगी। 14 तारीख को रत्नभंडार खोले जाने की संभावना लगभग निश्चित है।
ऐसे में इस समिति के सदस्यों के साथ उचित समन्वय सुनिश्चित करने के अलावा, पाढ़ी को इस पूरी प्रक्रिय़ा में इस पूरी प्रक्रिया के दौरान जगन्नाथ मंदिर को नीति व अनुष्ठावन सुचारु रुप से चजले तथा भक्तों का दर्शन बाधित न हो और सुव्यवस्थित रहे इसे भी सुनिश्चित करना होगा।
इसी प्रकार, पाढ़ी को भगवान जगन्नाथ की बाहुड़ा यात्रा, सोनावेश और नीलाद्रि बिजे जैसे अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में किसी प्रकार की दिक्कत न आये तथा व्य़वस्थित हो इस पर भी ध्यान देना होगा।
रथों पर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं
भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी अरविंद पाढ़ी ने आज श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक के रुप में जिम्मेदारी संभाल ली। नयी जिम्मेदारी संभालने के बाद पाढ़ी ने स्पष्ट किया कि अब रथों पर मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए पाढ़ी ने कहा कि जो भी अनुष्ठान हैं, उन्हें कैसे सुव्यवस्थित और सही तरीके से संचालित किया जा सकता है, इस पर ध्यान दिया जाएगा। जिला और मंदिर प्रशासन इस बारे में आवश्यक कदम उठाएगा।
अनुशासनीहनता पर होगी कड़ी कार्रवाई
अनुशासनीहनता करने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए पाढ़ी ने कहा कि अनुशासनहीनता में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने यह पाया है कि कुछ अनधिकृत व्यक्ति रथों पर चढ़ रहे हैं और मोबाइल फोन ले जा रहे हैं। रथों पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता और तस्वीरें नहीं खींची जा सकतीं।
विभिन्न नियोगों से चर्चा हुई
उन्होंने कहा कि इस संबंध में विभिन्न नियोगों से चर्चा हो चुकी है। आगे इस पर एक बैठक होगी। पाढ़ी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सभी लोग इसमें सहयोग करेंगे ताकि संस्कृति का नाम खराब न हो। उन्होंने कहा कि सेवायतों ने भी सहयोग करने पर सहमति जताई है।
हादसे पर समिति की रिपोर्ट का इंतजार
अढ़प मंडप बिजे हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए नये मुख्य प्रशासक पाढ़ी ने कहा कि जो कुछ भी हुआ उसके लिए हम भगवान से क्षमा मांगते हैं। प्रबंध समिति के निर्णय के अनुसार, एक समिति बनाई गई है और हमें इसकी रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए। मंदिर प्रशासन निश्चित रूप से इस पर ध्यान केंद्रित करेगा, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।