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प्रशासन ने लू से छह लोगों की मौत की पुष्टि की
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अन्य लोगों की मौत को अप्राकृतिक मौत बताया
राउरकेला। राउरकेला में महज चार दिनों में लू लगने से मरने वालों की संख्या 35 हो गई है, जबकि प्रशासन ने लू से छह लोगों की मौत की पुष्टि की है। अन्य लोगों की मौत को ‘अप्राकृतिक मौत’ बताया गया है।
अतिरिक्त जिलाधिकारी आशुतोष कुलकर्णी के अनुसार, 30 मई को लू लगने से सबसे अधिक मौतें हुई थीं। आशंका है कि ये लोग लू लगने से मरे हैं। हालांकि, सभी शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद ही स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी। दिलचस्प बात यह है कि चार मृतकों के परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी नहीं हुए। शेष 31 शवों में से 24 का पोस्टमार्टम हो चुका है। 24 लोगों में से छह की मौत लू लगने से हुई है। अन्य लोगों की मौत हार्ट अटैक और अन्य बीमारियों से हुई है। शेष 10 से 15 मामलों की रिपोर्ट की पुष्टि की जा रही है।
इधर, भी कहा जा रहा कि मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अधिकांश मौतों का स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है। इसलिए मृतक के विसरा की जांच की जाएगी। राउरकेला तहसीलदार और मेडिकल टीम घटना की जांच कर रही है।
बताया गया है कि 15 मामलों की संयुक्त जांच चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि का इस साल में अब तक लू लगने से कुल 96 लोगों की मौत की खबर है। पिछले दो दिनों में बलांगीर में हीटस्ट्रोक से 20 संदिग्ध मौतें हुई हैं। इसके बाद संबलपुर में 15 मौतें हुई हैं। बाकी मौतें पश्चिमी ओडिशा के अन्य इलाकों में हुई हैं।
विभिन्न जिलों से प्राप्त मौतों की रिपोर्टों के बीच, मुख्य सचिव पीके जेना और विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यब्रत साहू ने स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को जिला कलेक्टरों के साथ बैठक की थी।