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समर्थकों ने निकाली विशाल रैली, जनसभा भी की
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मुख्यमंत्री से टिकट पर पुनर्विचार करने का आग्रह
भुवनेश्वर। टिकट से वंचित बीजद नेताओं में असंतोष गहराता जा रहा है। ऐसे कई नेता खुले तौर पर अपना असंतोष व्यक्त कर रहे हैं। बीजद नेता समीर दाश ने शनिवार को पुरी जिले के निमापड़ा में बारबाटी मैदान में एक विशाल रैली निकालने के बाद अपने समर्थकों की एक सभा का आयोजन करके ताकत का प्रदर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि 17 अप्रैल को बीजद ने अपने उम्मीदवारों की पांचवीं सूची की घोषणा की थी, जिसमें समीर दाश सहित तीन मौजूदा विधायकों को टिकट से वंचित कर दिया गया। दाश के स्थान पर पार्टी ने भाजपा से आए दिलीप नायक को उम्मीदवार बनाया। इससे डाश के समर्थक नाराज हो गये हैं। उन्होंने ‘समीर नहीं ता, शंख नहीं’ का नारा लगाते हुए पार्टी अध्यक्ष से निमापड़ा विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवार पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
इधर, दाश ने कहा कि यह कार्यक्रम कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित किया गया है। 30,000 से अधिक लोगों ने आज मुख्यमंत्री से निर्णय पर पुनर्विचार करने और निमापड़ा को बचाने का अनुरोध किया। निमापड़ा बीजद का गढ़ माना जाता रहा है।
शक्ति प्रदर्शन का पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं – बीजद विधायक
दूसरी ओर बीजद विधायक ध्रुव साहू ने कहा कि शक्ति प्रदर्शन का पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। साहू ने कहा कि राजनीति में यह एक आम बात है। इसका असर पार्टी पर शायद ही पड़ेगा। लोगों को दो चीजें याद रहेंगी नवीन पटनायक और शंख चिह्न और कुछ नहीं। चर्चा है कि पार्टी ने जिला परिषद सदस्य धर्मेंद्र साहू की हत्या मामले में कथित संलिप्तता के कारण समीर को हटा दिया है।