भुवनेश्वर। बीजू जनता दल का सबसे बड़ा ट्रम्प कार्ड था 5-टी, लेकिन निर्वाचन आयोग ने 5-टी को गलत घोषित कर सरकारी वेबसाइट से हटाने, मुख्यमंत्री कार्यालय से अपने आप को 5-टी अध्यक्ष बताने वाले वीके पांडियन को भी हटा दिया है। जिस 5-टी के प्रचार-प्रसार में बीजू जनता दल ने समस्त शक्ति लगा दी थी, वही 5-टी आज मिसिंग है। चुनाव आयोग ने इस पर कार्रवाई की है और इससे यह प्रमाणित हो रहा है कि 5-टी बीजद का एक राजनीतिक प्रचार प्रसार का कार्यक्रम था। इस कारण 5-टी के लिए राज्य के राजकोष से 5 सौ करोड रुपये की राशि का खर्च को बीजू जनता दल से वसूल किया जाए। भाजपा प्रवक्ता अनिल बिस्वाल ने यह मांग की।
बिस्वाल ने कहा कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद भी मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी बीजू जनता दल के लिए काम करने से बाज नहीं आ रहे हैं। वीके पांडियन के नाम को तो चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री कार्यालय से हटा दिया है, लेकिन गोपबंधु दास नामक एक अधिकारी का नाम आज भी मुख्यमंत्री कार्यालय के वेबसाइट पर है। वह बीजू जनता दल के लिए गोपालपुर विधानसभा में चुनाव प्रचार कर रहे थे। राजनीति में सीधे जुड़ने वाले वह मुख्यमंत्री कार्यालय के दूसरे प्रशासनिक अधिकारी हैं। उन पर कार्रवाई कब होगी।