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रेलवे ने लिया फैसला, कई नियमों का करना होगा पालन
भुवनेश्वर. लाकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों में फंसे श्रमिकों छात्रों और पर्यटकों को पहुंचाने के लिए रेलवे विशेष ट्रेन चलाएगा. श्रमिक दिवस पर रेलवे ने यह निर्णय लिया है. इस ट्रेन को श्रमिक विशेष ट्रेन के नाम चलाया जायेगा.
यह विशेष ट्रेन एक निर्धारित स्टेशन से निर्धारित स्टेशन के बीच चलायी जायेगी. इन विशेष ट्रेनों को ऐसे फंसे हुए व्यक्तियों को भेजने और लाने के लिए मानक प्रोटोकॉल के अनुसार संबंधित राज्य सरकारों के अनुरोध पर चलाया जाएगा.
रेलवे और राज्य सरकारें इन “श्रमिक स्पेशल” के समन्वय और सुचारू संचालन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारियों की नियुक्त करेंगी. यात्रियों को भेजने वाले राज्यों को जांच करनी होगी और केवल स्पर्शोन्मुख पाए जाने वालों को ही यात्रा करने की अनुमति होगी. राज्य सरकारों को भेजने के लिए इन व्यक्तियों को एक ग्रुप में लाना होगा. इसके लिए सामाजिक सुरक्षा मानदंडों और अन्य सावधानियों का पालन करना होगा. सभी यात्रियों को सेनिटाइज बस से रेलवे स्टेशन पर लाना होगा.
प्रत्येक यात्री को फेस कवर लगाना अनिवार्य होगा. मूल स्टेशन पर भेजने वाले राज्यों द्वारा यात्रियों को भोजन और पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा.
इस दौरान रेलवे यात्रियों के सहयोग से सामाजिक दूरियों के मानदंडों और स्वच्छता को सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा. साथ ही लंबे मार्गों पर यात्रा के दौरान रेलवे एक तरफ से भोजन प्रदान करेगा. गंतव्य स्टेशन पर पहुंचने पर राज्य सरकार यात्रियों को रिसिव करेगी तथा रेलवे स्टेशन से अपनी स्क्रीनिंग, संगरोध आदि अपनी व्यवस्थाओं के अनुसार यात्रियों को उचित स्थान पर ले जायेंगे. यह जानकारी यहां पूर्व तट रेलवे की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी गयी है.