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बौध में माओवादियों के आईईडी में विस्फोट, कई जवान घायल
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छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में माओवादियों ने जल संसाधन विभाग के एक कर्मचारी का गला काट मौत के घाट उतारा
भुवनेश्वर। ओडिशा और छत्तीसगढ़ में माओवादियों की हिंसक घटनाएं सामने आईं हैं। ओडिशा में माओवादियों की आईईडी की चपेट में आने से गुरुवार को कई जवान घायल हो गए, जबकि छत्तीसगढ़ में एक अन्य घटना में माओवादियों ने जल संसाधन विभाग के एक कर्मचारी का गला काटकर मौत के घाट उतार दिया।
ओडिशा के बौध जिले के कंटामल थानांतर्गत नाली कुम्पा जंगल में गुरुवार को एक तलाशी अभियान के दौरान एक आईईडी विस्फोट में स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) के कई जवान घायल हो गए। आशंका जताई गई है कि आईईडी माओवादियों ने लगाया था। विस्फोट के बाद घायल जवानों को इलाज के लिए तत्काल कंटामल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में स्थानांतरित कर दिया गया। बाद में उन्हें बलांगीर के भीम भोई मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया। घायल जवानों में एक जवान के सिर में चोट आई और दूसरे के पैर में गंभीर घाव लगा है।
बताया जाता है कि एसओजी जवानों की 30 सदस्यीय टीम ने इलाके में माओवादियों को खत्म करने के लिए नाली कुम्पा जंगल में तलाशी अभियान शुरू किया। हालांकि वे माओवादियों द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आ गए।
इधर, छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अंतर्गत ओरछा में माओवादियों ने जल संसाधन विभाग के एक कर्मचारी का गला काट दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान इकबाल मियां के रूप में की गई है। मौके से माओवादी पोस्टर भी बरामद किये गये हैं।
गौरतलब है कि 23 जनवरी को नाली कुम्पा जंगल में सुरक्षाबलों और माओवादी उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ के बाद जहां पुलिस ने एक माओवादी शिविर को नष्ट कर दिया, वहीं सुरक्षा बलों ने शिविर से भारी मात्रा में हथियार और बारूदी सुरंगों सहित विस्फोटक भी जब्त किया था।
कहा जा रहा है कि माओवादियों ने बौध और कंधमाल जिलों के बीच के जंगलों को अपना अड्डा बना लिया है। सुरक्षा बल क्षेत्र से उनको बाहर निकालने के लिए नियमित रूप से जंगल में तलाशी अभियान चला रहे हैं।