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पूछा-संग्राम पात्र को पुलिस ने क्यों गिरफ्तार किया, स्पष्ट करे राज्य सरकार
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सोशल मीडिया पर सरकार की त्रुटियां दिखाने वालों को गिरफ्तार कर रही है सरकार
भुवनेश्वर। ओडिशा में अब जनप्रतिनिधियों का शासन नहीं है। ओडिशा के बाहर के कुछ अधिकारी व स्वार्थी अधिकारियों ने राज्य की सत्ता पर कब्जा कर लिया है, जोकि लोकतंत्र के लिए घातक है। राज्य सरकार पुलिस को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर अपने आलोचकों को चुप्प करवा रही है। सोशल मीडिया में एकांउट चलाने वाले संग्राम पात्र को बीती रात तीन बजे भुवनेश्वर से अनुगूल जाते समय जिस ढंग से संबलपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया, उससे यह बात प्रमाणित हो जाती है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डा लेखाश्री सामंतसिंहार ने पत्रकारों से बातचीत में ये बातें कहीं। उन्होंने मांग की कि संग्राम को बिना शर्त रिहा किया जाए।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने पात्र के खिलाफ 294, 509, 66, 67 धारा लगा कर गिरफ्तार किया है। पात्र के खिलाफ दुष्कर्म, दुष्कर्म करने के बाद फरार होना, हत्या व हत्या के प्रयास तथा हथियार रखने जैसी किसी भी आपराधिक मामले में किसी प्रकार की संलिप्तता नहीं है। ऐसी स्थिति में उन्हें पुलिस ने इन धाराओं को लगाकर कैसे गिरफ्तार कर लिया है। राज्य़ सरकार को इसका जवाब देना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में जो सरकार व प्रशासन की त्रुटियों को दिखा रहा है, उसे गिरफ्तार किया जा रहा है। इससे पहले भी सूचना अधिकार कार्यकर्ता प्रदीप प्रधान, प्रकाश नायक व अन्य लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। उनकी आवाज को डराकर बंद करने का प्रयास बीजद सरकार कर रही है।
उन्होंने कहा कि बीजद सरकार बिना किसी कारण के त्रुटियां दिखाने वालों को गिरफ्तार कर रही है, वहीं बीजद के सत्यजीत विमल मिश्र जैसे लोग भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के प्रति सोशल मीडिया में अत्यंत अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनपर भी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रही है।