भुवनेश्वर। ओडिशा क्राइम ब्रांच की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कान्हू चरण प्रधान द्वारा धोखाधड़ी और प्रतिरूपण के मामले में एक और ठगी के आरोपी को गिरफ्तार किया है।
आरोपी की पहचान मालकानगिरि जिले के कालीमेला थाना अंतर्गत अंबागुड़ा के मूल निवासी लक्ष्मण माढ़ी के रूप में की गई है।
इससे पहले मामले में एसटीएफ ने मास्टरमाइंड कान्हू चरण प्रधान और किशोर मिश्र को गिरफ्तार किया था।
माढ़ी को मास्टरमाइंड कान्हू चरण प्रधान का करीबी बताया जाता है। लक्ष्मण के बैंक खाते से 60 लाख रुपये का भारी भरकम लेनदेन किया गया। इसके अलावा, मास्टरमाइंड कान्हू चरण प्रधान के साथ उसकी लगातार बातचीत के सबूत भी मिले।
एसटीएफ के अनुसार, यह मामला सबसे पहले 25.04.2023 को कोरापुट टाउन पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। बाद में जांच का जिम्मा एसटीएफ ने अपने हाथ में ले लिया।
मास्टरमाइंड कान्हू चरण प्रधान के खिलाफ पूर्व में कई मामले दर्ज हैं। कई लोगों ने उसका नंबर सचिव और अपर सचिव आदि के रूप में सेव किया था। इससे पहले उसके पास से महंगे मोबाइल फोन, फर्जी सरकारी अधिसूचनाएं, आदेश और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए थे।
एसटीएफ ने कहा है कि यह समूह आरटीआई कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले लोगों को धोखा देता था। उगाही करता था और लोगों को यह भी बेवकूफ बनाता था कि उनकी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ निकटता है और वे उन्हें क्रशर लाइसेंस, शराब लाइसेंस, ट्रांसफर, पोस्टिंग आदि दिलवा सकते हैं। यह समूह ठगी, धोखाधड़ी में लिप्त है। यह भी देखा गया कि यह समूह मृत व्यक्तियों के कुछ खातों सहित कुछ बैंक खातों का उपयोग करता है। साथ ही यह भी बताया गया है कि वे कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के रूप में अपना नंबर सेव करके लोगों को धोखा देते हैं और जब लोग इसे ‘ट्रू-कॉलर’ पर सत्यापित करते हैं तो वे उन पर वास्तविक विश्वास करना शुरू कर देते हैं। इस तरह, उन्होंने लोगों को धोखा दिया है। अब तक की जांच से पता चला है कि कान्हू प्रधान और उसके सहयोगियों के खातों में 40 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन किया गया। आगे की जांच जारी है।