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चार महीने बाद भी जीआरपी थाने में पड़े हैं दुर्घटनाग्रस्त लोगों के सामान
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पुलिस की निगरानी में अभी भी है 147 बैग, 22 मोबाइल, रुपये एवं आभूषण
गोविंद राठी, बालेश्वर।
बहुचर्चित बाहनगां ट्रेन हादसे को चार महीने बीतने के बावजूद इसकी यादें लोगों को झकरोर रही हैं। एम्स भुवनेश्वर में जहां आज भी 28 लोगों के शव पड़े हुए हैं, वहीं घटनास्थल से मिले सैकड़ों बैग, मोबाइल, मनी पर्स, आभूषण आदि बालेश्वर जीआरपी थाने के स्टोर रूम में अब भी पड़े हैं। उनका कोई दावेदार न होने के कारण वहां पड़े-पड़े ये नष्ट हो रहे है।
बताया जाता है कि ट्रेन दुर्घटना के बाद बचाव कार्य में लगे दलों को रेल लाइन से 154 बैग में सामान, 25 मोबाइल फोन और आभूषण के साथ-साथ 43 हजार 80 रुपये नकद मिले थे। इस सभी को बालेश्वर जीआरपी थाने के हवाले कर दिया गया था। जीआरपी ने कहा है कि जो लोग आवश्यक प्रमाण पत्र दिखाएंगे, उन्हें उनका सामान वापस दे दिया जाएगा। हालांकि अभी तक इसका कोई दावेदार नहीं मिला है। कहा जा रहा है कि इस संदर्भ में प्रचार-प्रसार न होने के कारण लोगों को इसकी जानकारी मिल पाई होगी। इस कारण लोग या परिजन संबंधित सामानों पर दावा करने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। घटना के चार महीने के अंदर सिर्फ सात लोग आए और आवश्यक बैग ले गए। इसके साथ ही तीन लोग मोबाइल फोन ले गए और दो लोग 9 हजार 70 रुपये ले गए हैं।