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कहा-केबीके इलाके का नीचे से विकास कर रही है राज्य सरकार
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राज्य के विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की कमी को लेकर विधानसभा में घेरा
भुवनेश्वर। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र व विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने आज राज्य सरकार को तथा राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री अतनु सव्यसाची नायक को कठघरे में खड़ा किया। नरसिंह मिश्र ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य के सबसे पिछड़ा इलाका केबेकी के को नीचे से विकास में लगी हुई। ऐसी सरकार राज्य में है, इसे देखकर उन्हें शर्म महसूस हो रही है। आज प्रश्नकाल में तारा प्रसाद वाहिनीपति द्वारा विभिन्न विश्वविद्यालय व शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी को लेकर संबंधित सवाल पर चर्चा के दौरान मिश्र ने यह बातें कहीं।
मिश्र ने कहा कि बलांगीर के राजेन्द्र कॉलेज मे शिक्षक व गैर शिक्षकों की संख्या की स्थिति दयनीय है। उन्होंने आंकड़ों को मंत्री के सामने रखते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय में कुल 128 टिचिंग स्टॉफ का पद अनुमोदित है, जबकि इसमें से 120 पद खाली हैं। इसी तरह यहां पर 150 नॉन टिचिंग स्टाफ का पद अनुमोदित हैं। इसमें से 145 पद रिक्त हैं। इससे स्पष्ट है कि वहां कैसी पढ़ाई हो रह होगी। उन्होंने कहा कि मंत्री ने कहा है कि गेस्ट अध्यापकों के जरिये पढ़ाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों का काम रिसर्च होता है। ऐसे में अतिथि अध्यापकों से यह काम कैसे हो सकता है।
उन्होंने कहा कि बलांगीर में बीएड कॉलेज भी बंद होने के कगार पर है। अन्य शिक्षण संस्थानों की स्थिति भी इसी तरह की है। राज्य सरकार एक ओर कह रही है पैसे की कमी नहीं है और दूसरी ओर शिक्षण संस्थानों में यह स्थिति है। इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार केवीके इलाकों को पीछे से विकास कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह केवल उनके चुनाव क्षेत्र बात नहीं है। पूरे प्रदेश में शिक्षण संस्थानों में कमोबेश यही स्थिति है।
शिक्षा मंत्री ने दी सफाई
राज्य के शिक्षा मंत्री अतनु सव्यसाची नायक का कहना है कि पदों को भरने की प्रक्रिया चालू है, लेकिन न्यायालय में मामला लंबित होने के कारण पदों को भरने में दिक्कतें हो रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आगामी दिनों में न्यायालय में मामले की निपटारे के साथ साथ इन पदों को भर लिया जाएगा।