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पिण्डदान में कार्यक्रम में रिश्तेदार भी हुए शामिल
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फोटो पर माला चढ़ाकर दी श्रद्धांजलि
केंद्रापड़ा। केंद्रापड़ा जिले के औल के नुआबाजार इलाके में प्रेम विवाह करने से नाराज माता-पिता ने अपनी बेटी का अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की। परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की मौजूदी में पिण्डदान भी किया। बताया जाता है कि औल के नुआबाजार इलाके के रहने वाले श्रीवास्तव मल्लिक और उसी इलाके की एक लड़की एक-दूसरे से प्यार करते थे। लड़की के परिजनों को मल्लिक के साथ उसका रिश्ता स्वीकार नहीं था। उनकी आपत्ति के बावजूद दोनों ने पिछले सोमवार को औल के लक्ष्मीबारह मंदिर में शादी कर ली। दूल्हे के परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में शादी संपन्न हुई।
इस विवाह के बाद लड़की के माता-पिता इतने क्रोधित हुए कि उन्होंने अपनी बेटी का अंतिम संस्कार का विधि-विधान पूरा कर दिया। परिवार के सदस्यों ने अपनी बेटी की याद में तस्वीरें लगाईं और उस पर फूलमाला चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। यहां तक कि उनके रिश्तेदारों ने भी ‘पिंडदान’ सहित अनुष्ठानों में भाग लिया। मीडिया से बात करते हुए नवविवाहित लड़की ने कहा कि मेरे माता-पिता, चाचा और परिवार के अन्य सदस्यों ने मेरा अंतिम संस्कार किया है। हालांकि मेरे माता-पिता मेरे साथ हैं, मेरे चाचाओं ने उन्हें ऐसा करने के लिए मना लिया है। दूसरी ओर, लड़की के चाचा बाबूराम मल्लिक ने कहा कि चूंकि यह भादव महीना है, इसलिए शादी जैसा कोई शुभ कार्य नहीं किया जाना चाहिए। फिर भी उन्होंने हमारे घर के सामने बारात निकाली। इसलिए गांव के पंडितों से सलाह लेने के बाद हमने ऐसा किया।
श्रीवास्तव मल्लिक के पिता ने कहा कि मेरे बेटे और उसने हमारे परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में लक्ष्मीबारह मंदिर में एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। अगले दिन उन्होंने मेरी बहू का अंतिम संस्कार कर दिया और कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को मगरमच्छ के हमले में खो दिया है।