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बेटे की हालत गंभीर, पिता और सौतली मां गिरफ्तार
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जांज में जुटी पुलिस
भुवनेश्वर। अनुगूल जिले के छेंदीपड़ा थाना अंतर्गत बालीपाटा पंचायत के हटियानाली गांव
में एक व्यक्ति द्वारा अपने नाबालिग बेटे को गरम लोहे की रॉड से दागने का मामला प्रकाश में आया है। बेटे की हालत गंभीर बताई गई है। बताया जाता है कि बच्चे ने स्कूल जाने से मना कर दिया था, जिससे पिता ने गुस्से में आपा खो दिया था। आरोप है कि लड़के की सौतेली मां ने कथित तौर पर उसके पिता को उसे स्कूल न जाने की सजा देने के लिए उकसाया था। बाद में लड़के की दादी के स्वयंसेवी संगठन के पास पहुंचने के बाद चाइल्डलाइन कार्यकर्ताओं ने स्थानीय पुलिस की मदद से उसे बचाया।
नाबालिग लड़के की पहचान सुभाष प्रधान की पहली शादी से हुए बेटे के रूप में की गई। अपनी पहली पत्नी को छोड़ने के बाद सुभाष ने मंजुलता से शादी की। दूसरी शादी से परिवार में शांति भंग हो गई और उनके बेटे को अक्सर उसकी सौतेली मां द्वारा यातना और उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा।
कुछ दिन पहले जब लड़का सुबह स्कूल के लिए निकल रहा था, तो उसकी सौतेली मां ने उसे घर पर रहने के लिए कहा। जब सुभाष घर लौटे तो मंजुलता ने उन्हें उकसाया और कहा कि लड़का स्कूल जाने को तैयार नहीं है।
लड़के के स्कूल जाने में अनिच्छा के बारे में सुनकर क्रोधित होकर सुभाष ने पहले लड़के को रस्सी से बांध दिया और बेरहमी से पीटा। जब इससे उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो सुभाष ने लोहे की रॉड गरम करके उन पर चार बार वार किया।
मदद के लिए लड़के की चीख-पुकार सुनकर, उसकी नानी घटनास्थल पर पहुंची और हस्तक्षेप किया तथा चाइल्डलाइन सेवाओं और पुलिस को क्रूर घटना के बारे में सूचित किया। गांव पहुंचने के बाद चाइल्डलाइन कार्यकर्ताओं और पुलिस ने लड़के को बचाया।
लड़के के नाना ने आरोप लगाया कि सुभाष ने पहले भी कई बार उसको बेरहमी से पीटा और लोहे की छड़ों से दागा। उन्होंने दावा किया कि पुलिस को मेरे दामाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। मैं अपने पोते के लिए न्याय चाहता हूं।
इस बीच, पुलिस ने कहा कि सुभाष और मंजुलता दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि नाबालिग को अब बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा और बाद में उत्कल बाला आश्रम ले जाया जाएगा।