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बनकलागी नीति में विलंब पर म्मेदार सेवायतों के संगठन दत्तामोहापात्र नियोग को नोटिस जारी
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एसजेटीए ने तीन दिनों में जवाब देने को कहा
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श्रृंगार के दिन को लेकर है विवाद
पुरी। श्रीमंदिर में महाप्रभु श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा का श्रृंगार बीते 20 दिनों से नहीं हो रहा है। बताया जाता है कि रथयात्रा के बाद श्रीमंदिर लौटने के बाद से श्रृंगार की नीति बनकलागी नहीं हो रही है। इन नीति के दिन को लेकर विवाद है। बनकलागी नीति में लगातार हो रहे विलंब को लेकर श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने जिम्मेदार सेवायतों के संगठन दत्तामोहापात्र नियोग को एक नोटिस जारी की है। कहा गया है कि समय पर अनुष्ठान आयोजित करने में एसजेटीए के साथ नियोग असहयोग कर रहा है। मंदिर प्रशासन ने नियोग को तीन दिन के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि भगवान श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा के नीलाद्रि बिजे के दिन श्रीमंदिर में लौटे आए हैं। उनको लौटे लगभग 20 दिन हो गए हैं, लेकिन उनका पवित्र ‘श्रृंगार’ नहीं हो रहा है। इसे बनकलागी अनुष्ठान के रूप में जाना जाता है।
श्रीमंदिर के अधिकारों के रिकॉर्ड के अनुसार, अनुष्ठान महीने में कम से कम चार बार आयोजित किया जाना चाहिए, लेकिन श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) और दत्तामोहापात्र सेवायतों के बीच एक कथित विवाद के कारण अनुष्ठान में बाधा उत्पन्न हुई है।
सूत्रों ने कहा कि दत्तामोहापात्र सेवायत हर गुरुवार को अनुष्ठान आयोजित करने पर जोर देते रहते हैं, लेकिन एसजेटीए इसे बुधवार को करने के लिए उत्सुक है। इस दिन को लेकर ही विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई है।
Posted by: Desk, Indo Asian Times