भुवनेश्वर। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा है कि आज अखिल भारतीय शिक्षा संघ अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका और शिक्षा के पारंपरिक तौर-तरीक़ों से बाहर निकलने पर बहुत सारगर्भित बातें कहीं हैं। प्रधानमंत्री की प्रेरणादायी शब्दों से शिक्षकों का और अधिक उत्साहवर्धन होगा एवं पठन-पाठन में नई दिशा भी मिलेगी।
उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति किताबी ज्ञान और शिक्षा की अप्रासंगिक व्यवस्था को बदल कर जड़ों से जुड़ी 21वीं सदी की आधुनिक शिक्षा व्यवस्था तैयार करने का माध्यम है। देश के लिए सुनहरा भविष्य गढ़ने की दिशा में लोगों को स्वेच्छा से शिक्षक बनने के लिए प्रेरित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिवादन करता हूँ।
उन्होंनें कहा कि मुझे विश्वास है कि आज प्रधानमंत्री मोदी ने जो अनुभव साझा किए हैं उससे सम्पूर्ण शिक्षा जगत को महत्वपूर्ण मार्गदर्शन मिलेगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप 21वीं सदी की शिक्षा व्यवस्था तैयार करने के लिए हम सब संकल्पित हैं।