भुवनेश्वर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष तथा पूर्व विधायक चिरंजीव बिश्वाल सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व पर बरसे। उन्होंने यहां तक कहा कि यदि कांग्रेस का वर्तमान प्रदेश नेतृत्व नहीं जगती, तो आगामी दिनों में राज्य की 147 सीटों में चुनाव लड़ने के लिए पार्टी को प्रत्याशी भी नहीं मिलेंगे।
बिश्वाल ने कहा कि वर्तमान की कांग्रेस पूर्व की कांग्रेस जैसी नहीं है। कांग्रेस में अभी नेतृत्व का घोर संकट है। राज्य में जिन युवाओं ने 2000 में जन्म लिया है, अब उनकी आयु 23 साल है। वे नवीन पटनायक के अलावा किसी और को नहीं जानते हैं। इस युवा वर्ग तक पहुंचने के लिए कांग्रेस का किसी प्रकार का प्रयास दिख नहीं रहा है। कांग्रेस में लड़ने की प्रवृत्ति भी नहीं है। राज्य में विधायकों की संख्या लगातार घट रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कांग्रेस के पास 9 विधायक हैं, लेकिन 20 मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। कांग्रेस में एक बीमारी है कि एक व्यक्ति संगठन करेगा, लेकिन टिकट किसी दूसरे को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की एक और बीमारी है कि जो भी प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनता है, वह किसी से चर्चा-सलाह मशविरा नहीं करता। जब तक वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहेगा, तब तक ठीक रहेगा। एक बार अध्यक्ष बनने के बाद वह किसी से चर्चा नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि यदि इस तरह की स्थिति रहेगी, तो आगामी दिनों में राज्य की 147 सीटों में चुनाव लड़ने के लिए पार्टी को उम्मीदवार नहीं मिलेंगे।