-
झारसुगुड़ा में एक नाबालिग के अपहरण और हत्या को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
-
अव्यवस्थाओं के लेकर सत्तारूढ़ दल को कटघरे में किया खड़ा
-
अभी बेपर्दा नहीं हुए तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास के हत्या के राज
भुवनेश्वर। ओडिशा में कानून व्यवस्था को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की हत्या के बाद झारसुगुड़ा में एक नाबालिग का अपहरण और फिर हत्या को लेकर विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है और सत्तारूढ़ दल को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री की प्रतिक्रिया पर बीजद ने भी आइना दिखाया है।
कानून विहीन ओडिशा है वास्तविकता – धर्मेंद्र प्रधान
झारसुगुड़ा में एक 15 साल के नाबालिग के अपहरण व हत्या के मामले को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है। प्रधान ने ट्वीट कर कहा कि कानून विहीन ओडिशा आज की वास्तविकता है। सरेआम एक मंत्री की हत्या को 2 माह भी पूरा नहीं हुए हैं, वहीं झारसुगुडा में ही अब एक नाबालिग समर्थ की हत्या कर दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दावा कर रही है कि राज्य में कानून का शासन है, लेकिन इस घटना ने राज्य सरकार के इस दावे की पोल खोल दी है। उन्होंने कहा कि राज्य में जनप्रतिनिधि से लेकर आम लोग सुरक्षित नहीं हैं। झारसुगुड़ा की घटना ने राज्य की जनता के विश्वास को कमजोर किया है।
उन्होंने कहा कि समर्थ के परिवार के प्रति जितनी सहानुभूति व्यक्त करें, वह कम होगा। उन्होंने कहा कि नागरिक सुरक्षा के लिए कानून और सुरक्षा राज्य सरकार सुनिश्चित करे।
अपने गिरेबान में झांकें धर्मेन्द्र प्रधान – बीजद
केन्दीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य सरकार पर कड़ा हमला बोले जाने के बाद बीजू जनता दल ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।
पार्टी के उपाध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री देवी प्रसाद मिश्र ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर अपना बयान दे चुके हैं। धर्मेंद्र प्रधान कुछ कहने से पहले अपने गिरेबान में झांकें। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था की स्थिति क्या है, इसे पहले प्रधान को देख लेना चाहिए। हथरस का मामला हो या फिर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र के किसानों की हत्या के मामले में शामिल होने की बात हो, यह सब लोगों ने देखा है। उन्होंने कहा कि केवल बोलने के लिए नहीं बोला जाना चाहिए, कानून व्यवस्था को सुधार के लिए क्या किया जा सकता है, इसे लेकर रचनात्मक सुझान देते तो अच्छा होता।
राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय – कांग्रेस
कांग्रेस ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस के विधायक तथा वरिष्ठ नेता संतोष सिंह सालूजा ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा चुकी है।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गत 29 मार्च को गत 29 जनवरी को मंत्री नवकिशोर दास की झारसुगुड़ा में हत्या कर दी गई थी और 29 मार्च को एक बच्चे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई है। ओडिशा में इस तरह की घटनाएं पहले नहीं होती थी। बीजद के शासन में हत्या अपहरण दुष्कर्म आदि मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यह दिखा रहे हैं कि राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति अन्य राज्यों से काफी खराब है।
उन्होंने कहा कि यदि ऐसी स्थिति रही, तो झारसुगुडा में चुनाव में वोट देने के लिए लोग बाहर नहीं निकलेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को चाहिए कि वह नव दास की हत्या के साजिशकर्ता व इस नाबालिग बच्चे के हत्यारे को पकड़े।