भुवनेश्वर। सामाजिक कार्यकर्ता और राज्य महिला आयोग ओडिशा की पूर्व सदस्य नम्रता चड्ढा द्वारा लिखी गई बुधम शरणम पुस्तक का विमोचन ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल ने गवर्नर हाउस में किया। इस मौके पर लेखिका नम्रता चड्ढा, डॉ निधि गर्ग, सुरेंद्र कुमार महापात्र, सचिव महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया, विजय गर्ग व्यवसायी और राकेश गर्ग की उपस्थिति रही। पुस्तक का विमोचन करते हुए राज्यपाल ने प्रसन्नता जाहिर की और उन्होंने बुद्ध के जीवन के बारे में कुछ प्रश्न पूछे। उसने दिलचस्पी दिखाई और कहा कि वह पूरी किताब पढ़ेंगे।
बुधम शरणम में बुद्ध के प्रसिद्ध युग से कम प्रसिद्ध महिलाओं के जीवन के बारे में 17 कहानियां हैं। बताया गया है कि महिलाओं की ऐतिहासिक उपस्थिति रही है, फिर भी इन्हें याद नहीं किया जाता है। ये भावनात्मक रूप से जटिल कहानियां हैं। नम्रता चड्ढ़ा द्वारा लिखी गई यह पुस्तक “स्मृति सिंधु रथ सम्मान” द्वारा मिस्र में अन्तर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में पुरस्कार के लिए भी चुनी गयी है। इसका हिंदी से अंग्रेजी में अनुवाद डॉ निधि गर्ग ने किया है, जो एक परामर्श मनोवैज्ञानिक हैं।