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विधायक सौम्यरंजन पटनायक ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के उद्देश्यों की याद दिलायी
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कहा- साल 2014 में एलपीजी की कीमत 410 रुपये से बढ़कर अब 1100 से अधिक हो गई
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88 लाख से अधिक परिवारों पर पड़ रहा है बोझ
भुवनेश्वर। बीजू जनता दल (बीजद) ने देश में एलपीजी की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी के केंद्र के फैसले के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीजद विधायक सौम्य रंजन पटनायक ने साल 2014 में भाजपा के सत्ता में आने से पहले पीएम मोदी के प्रसिद्ध नारे ‘सबका साथ, सबका विकास’ और केंद्र की ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ (पीएमयूवाई) को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि हम कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए केंद्र के लगभग सभी फैसलों का समर्थन करते रहे हैं, लेकिन एलपीजी मूल्यवृद्धि के फैसले को लेकर हम खुदको रोक नहीं सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी की उज्जवला योजना, जिसका उद्देश्य देशभर में महिलाओं और बच्चों को स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन प्रदान करके उनके स्वास्थ्य की रक्षा करना है, ने सभी राजनीतिक दलों के दिलों को छू लिया था। उन्होंने योजना के माध्यम से गरीब घरों में गैस सिलिंडर वितरण की व्यवस्था में सुधार किया था। एक मील का पत्थर हासिल करने के बाद अब एलपीजी की कीमतों में बढ़ोतरी ने हर घर को निराश किया है। उन्होंने कहा कि पहले केवल 21 लाख घरों में एलपीजी कनेक्शन वाले उपभोक्ता थे, लेकिन मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के कार्यान्वयन के साथ, परिवारों की संख्या बढ़कर 88 लाख से अधिक हो गई, जो लगभग चार गुना अधिक है। पहले केवल 20% घरों में गैस कनेक्शन था, जबकि अब यह प्रतिशत बढ़कर 80% हो गया है। बीजद ने कहा कि इस योजना ने लगभग सभी परिवारों को गहराई से प्रभावित किया है। उन्होंने बताया कि साल 2014 में एलपीजी की कीमत 410 रुपये थी। एलपीजी की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी के साथ, अब यह 1100 रुपये से अधिक हो गई है। पटनायक ने कहा कि पिछले 8-9 वर्षों में कीमत तीन गुना बढ़ गई है, जिससे आम लोगों पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है।