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सदन की प्रथमार्ध बैठक में नहीं हो सका कोई कामकाज
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भाजपा नेताओं ने की जमकर नारेबाजी
भुवनेश्वर। ओडिशा के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की दिनदहाड़े पुलिसकर्मी द्वारा हत्या किये जाने और राज्य में बदहाल कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर मंगलवार को किये गये भाजपा युवा मोर्चा के प्रदर्शन के दौरान पुलिसिया कहर के खिलाफ आज विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। पार्टी का कहना है कि कल विधानसभा घेराव के दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं की पुलिस द्वारा पिटाई की गयी और 20 से अधिक कार्यकर्ताओं पर कठोर धारा लगाकर गिरफ्तार कर लिया गया है। यह मामला आज विधानसभा में गूंजा। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने हंगामा व नारेबाजी की। इस कारण विधानसभा की प्रथमार्ध की बैठक में किसी प्रकार का कामकाज नहीं हो सका। विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा।
आज सुबह निर्धारित साढ़े दस बजे सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केसरी आरुख ने प्रश्नकाल का कार्यक्रम शुरु करने के लिए कृषि मंत्री रणेन्द्र प्रताप स्वाईं का नाम पुकारा। स्वाईं ने अपनी सीट पर प्रश्न का उत्तर पढ़ना प्रारंभ किया। तभी भाजपा के विधायक सदन के बीच में आ गये तथा भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया कहर के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। उन्होंने साथ में अखबारों की प्रतियां भी लहरायी, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं की पिटाई की फोटों प्रकाशित हुई थी। विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायकों से कहा कि वे अपनी-अपनी सीट पर जाकर सदन को सुचारु रुप से चलाने में सहयोग प्रदान करें, लेकिन भाजपा विधायकों ने नारेबाजी जारी रखी। भाजपा विधायक विधानसभा अध्यक्ष के पोडियम के पास खड़े होकर नारेबाजी को तेज किय़ा। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को 11.30 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की।
11.30 बजे सदन की कार्यवाही पुनः प्रारंभ होते ही विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन को सुचारु रुप से चलाने के लिए वह एक सर्वदलीय बैठक अपने चैंबर में बुला रहे हैं। सर्वदलीय बैठक के कारण सदन को स्थगित किया गया। बाद में सर्वदलीय बैठक के बाद भी स्थिति ऐसी ही रही। भाजपा विधायकों ने नारेबाजी जारी रखी। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को दोपहर चार बजे तक स्थगित रहने की घोषणा की।