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प्रदर्शनकारी भाजयुमो और पुलिस के बीच हिंसक झड़प

  •  युद्ध का मैदान बना भुवनेश्वर का लोअर पीएमजी स्क्वायर

  •  राज्य में कानून व्यवस्था की कथित बिगड़ती स्थिति को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज

  •  झड़प में कई पुलिसकर्मी समेत भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भी घायल

भुवनेश्वर। राजधानी भुवनेश्वर में लोअर पीएमजी स्क्वायर पर आज नव किशोर दास हत्याकांड और राज्य में कानून व्यवस्था की कथित बिगड़ती स्थिति को लेकर एक विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा युवा मोर्चा के समर्थकों और पुलिस कर्मियों के बीच हिंसक झड़प हो गयी। यह चौक युद्ध के मैदान में बदल गया था। प्रदर्शनकारियों के साथ हाथापाई और लाठीचार्ज में प्रदर्शन कर रहे भाजपा युवा मोर्चा के कई कार्यकर्ता और दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो गये।
राज्य में कथित अराजकता के विरोध में एक मेगा रैली निकालने के लिए भाजपा युवा मोर्चा के सैकड़ों समर्थकों कार्यकर्ता लोअर पीएमजी चौक पर आ पहुंचे थे। प्रदर्शनकारी ओडिशा विधानसभा की ओर मार्च कर रहे थे, जहां अभी सत्र चल रहा है। इस कारण वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे आगे बढ़ते रहे और बैरिकेड्स तोड़ दिये। इससे प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। बाद में पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया। इस झड़प में कुछ प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ पुलिस को भी चोटें आई हैं।
गुस्साए प्रदर्शनकारियों को पुलिस पर अंडे और पानी के पाउच फेंकते देखा गया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई प्रदर्शनकारियों को एहतियातन हिरासत में लिया।
21 पुलिसकर्मी घायल, पांच पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त
खबर है कि झड़प में कुल 21 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और पांच पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। डीजी पुलिस सुनील बंसल और पुलिस आयुक्त सौमेंद्र प्रियदर्शी ने आज दोपहर कैपिटल अस्पताल का दौरा किया और घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात की।
प्रियदर्शी ने कहा कि सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधानसभा की ओर कूच किया, तो हमने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। एसीपी रैंक के अधिकारियों सहित 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस दौरान एक पत्रकार भी घायल हुआ है।
पूर्व नियोजित था हमला – पुलिस आयुक्त
पुलिस आयुक्त सौमेंद्र प्रियदर्शी ने कहा कि हमने महसूस किया कि आंदोलनकारी पुलिस पर हमला करने के लिए तैयार थे, यह पूर्व नियोजित था। उन्होंने पांच से अधिक पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। डीसीपी प्रतीक सिंह ने कहा कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया, लेकिन इसके तुरंत बाद कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव और अंडे फेंके।
इस झड़प में कुछ आंदोलनकारियों को चोटें भी आई हैं। प्रदर्शनकारियों को बाद में पुलिस ने एहतियातन हिरासत में ले लिया।
यह लड़ाई सरकार के खिलाफ है, पुलिस के खिलाफ नहीं
भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष इरासिस आचार्य ने कहा कि यह लड़ाई सरकार के खिलाफ है, पुलिस के खिलाफ नहीं। यह सरकार लोगों के खिलाफ पुलिस बल का इस्तेमाल कर रही है। मंत्री नव किशोर दास की दिनदहाड़े हत्या, माहांगा डबल मर्डर, परी मर्डर और ममिता मेहेर कांड इस बात की ओर इशारा करते हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि हमारा विरोध और बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई आने वाले दिनों में जारी रहेगी और हम विधानसभा में प्रवेश करेंगे।
जवाब की जगह सरकार ने बल प्रयोग किया – स्मृति
भाजपा महिला मोर्चा की राज्य अध्यक्ष स्मृति पटनायक ने कहा कि सरकार अंधी हो गई है। ओडिशा के लोगों में अब और सब्र नहीं है। इसलिए, भाजपा युवा मोर्चा के आह्वान पर शांति, सुरक्षा और न्याय की मांग को लेकर लोग विरोध में शामिल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि मंत्री नव किशोर दास हत्याकांड का मुद्दा विधानसभा में उठाया जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक खुलकर जवाब नहीं देते हैं। मुख्य आरोपी कौन है, सरकार स्पष्ट नहीं कर रही है। हम सवाल पूछने के लिए विधानसभा जा रहे थे, लेकिन जवाब देने के बजाय, सरकार ने हम पर अंधाधुंध हमले करने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल किया और हमें घायल कर दिया।

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