संबलपुर। संबलपुरी गीत, संगीत, नृत्य एवं वस्त्र आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। देश के विभिन्न इलाकों के अलावा विदेशों में भी अब संबलपुरी गीत, संगीत एवं नृत्य के अलावा संबलपुरी वस्त्रों की धूम मची हुई है। लोग संबलपुरी परंपरा से न सिर्फ जुडऩा चाहते हैं, बल्कि इसके रंग में रंग जाना चाहते हैं। पिछले कुछ सालों में विदेश के अनेकों विद्यार्थी संबलपुर पहुंची और यहां की परंपरा पर शोध कर स्वदेश वापस लौट गए हैं। फ्रांस में तो संबलपुरी संगीत को लेकर कलाकारों में दिवानगी का माहौल बन गया है। ऐसे में संबलपुर माटी में पैदा हुए फिल्म प्रायोजक जितेन्द्र मिश्र अपने इस महान परंपरा को जीवंत करने हेतु ऐसा प्रयास आरंभ किया जो आज पूरे ओडिशा में चर्चा का विषय बन गया है। गौरतलब है कि फिल्म प्रायोजक जितेन्द्र मिश्र फिलहाल रूष के साइबेरिया में चल रहे अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में स्पिरिट ऑफ फायर में बतौर जूरी शामिल हुए हैं। इस कार्यक्रम में उनका संबलपुरी परिधान लोगों को बेहद रास आ रहा है। 30 डिग्री की कड़ाकें की ठंड में श्री मिश्र के कोर्ट के उपर लगा संबलपुरी डिजाइन का गमछा सेलेबे्रटियों के बीच आकर्षण का केन्द्र बन गया है। इससे पहले भी विश्व के कई मंचों पर श्री मिश्र ने संबलपुरी वस्त्र एवं नृत्य गीत को बेहतर प्रसार-प्रचार करते देख गए हैं। इस प्रयास पर पश्चिम ओडिशा के लोगों ने उनकी सराहना किया है। गौरतलब है कि श्री मिश्र बलांगीर जिला के टिटिलागढ़ के मूल निवासी हैं।
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