उन्होंने प्रश्न किया था कि जयपुर के विक्रम देव महाविद्यालय को विश्वविद्यालय की मान्यता कब दी जाएगी। इसके उत्तर में कहा गया था कि इस महाविद्य़ालय को विश्वविद्यालय की मान्यता देने का कोई प्रस्ताव राज्य सरकार के पास नहीं है।
इस पर वाहिनिपति ने कहा कि यह महाविद्यालय भारत के स्वतंत्रता के समय यानी 1947 में स्थापित हुआ था। राज्य सरकार ने इसके बाद स्थापित किये गये महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय की मान्यता दी है। इसलिए स्पष्ट है कि कोरापुट जिले को व इस महाविद्यालय के साथ राज्य सरकार भेदभाव कर रही है।