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नहीं चल सका प्रश्नकाल, कांग्रेस नेता ने किया स्पीकर के पोडियम पर चढ़ने का प्रयास
भुवनेश्वर। शिक्षकों के मुद्दों पर आज दूसरे दिन भी विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस नेता ने स्पीकर के पोडियम पर चढ़ने का प्रयास किया। प्रथमार्ध की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। इस कारण आज भी सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही नहीं हो सकी। हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केसरी आरूख ने सदन को सुबह 10.32 से 11.30 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की।
मंगलवार को निर्धारित कार्यसूची के अनुसार सदन की कार्यवाही सुबह 10.30 बजे प्रारंभ हुई। कार्यवाही प्रारंभ होते ही विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल का कार्यक्रम शुरू करना चाहा। उन्होंने विधायक अनंत दास के मेगा वाटर परियोजना से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर देते के लिए पंचायतीराज मंत्री प्रदीप अमात का नाम पुकारा। उधर, कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद वाहिनीपति ने कहा कि शिक्षकों के मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष ने राज्य सरकार को निर्देश दिया, लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार ने कुछ नहीं किया है। इसलिए इस मुद्दे पर बात होनी चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें कहा कि वे अपनी बात शून्यकाल में उठा सकते हैं। प्रश्नकाल को चलाने में सहयोग करें, लेकिन विपक्षी विधायक उनकी बात नहीं माने। वे सदन के बीच में आकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा के विधायक भी इसमें शामिल हो गये। कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति स्पीकर के पोडियम पर चढ़ने का प्रयास करते देखे गए। सदन दोनों विपक्षी दलों के विधायकों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधानसभा अध्यक्ष उन्हें बार-बार अपनी सीट पर जाने एवं सदन की कार्यवाही में सहयोग करने की अपील करते रहे। इस बीच पंचायतीराज मंत्री अपना उत्तर देते रहे। नारेबाजी के कारण उनकी आवाज प्रेस गैलरी तक स्पष्ट नहीं सुनाई दे रही थी। गतिरोध को समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 11.30 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केसरी आरुख ने राज्य सरकार को शिक्षकों के मुद्दे पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देश दिया था।
सर्वदलीय बैठक आयोजित
शिक्षकों के मुद्दे पर हंगामे के कारण प्रश्नकाल बाधित होने के बाद जब सदन की कार्यवाही 11.30 पर दोबारा शुरू हुई तब समान स्थिति रही। विपक्षी विधायकों ने शिक्षकों के मुद्दे पर हंगामा जारी रखा। विधानसभा अध्यक्ष के बार-बार अनुरोध करने के बावजूद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलायी। उन्होंने अपने कक्ष में सर्वदलीय बैठक बुलाने के साथ-साथ सदन को 11.45 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की। 11.45 तक सर्वदलीय बैठक समाप्त नहीं हुई। इस कारण विधानसभा के उपाध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने सदन की कार्यवाही को 11.45 से दोपहर 11.55 तक स्थगित करने की घोषणा की। सर्वदलीय बैठक के बाद 11.55 बजे विधानसभा की कार्यवाही जब शुरु हुई, तब विपक्षी भाजपा व कांग्रेस ने राज्य सरकार को शिक्षकों समेत अन्य आंदोलनकारियों संगठनों की मांगों को लेकर राज्य सरकार को असंवेदहीन होने का आरोप लगा कर कठघरे में खड़ा किया।